आनंद अंकेला की रिपोर्ट
भोपाल। अपने दो माह के मुख्यमंत्रित्व के कार्यकाल में शिवराज सिंह चौहान ने बड़े ही तरीके से प्रशासन के महत्वपूर्ण पदों पर पुरानी सरकार के चेहेते अफसरों को हटाकर अपनी पसंद के अफसरों को बिठा दिया है। हालांकि अब फिर पुलिस व प्रशासन में की गई सर्जरी के बाद एक बार फिर से कुछ महत्वपूर्ण मैदानी अफसरों को बदले जाने की कवायद की जा रही है। इनमें खासतौर पर वे जिले शामिल रहने वाले हैं, जहां-जहां उपचुनाव होने हैं। कुछ समय बाद प्रदेश में दो दर्जन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, ऐसे में इन सीटों पर खास ख्याल रखा जाएगा। जिसकी वजह से प्रशासनिक सर्जरी का यह सिलसिला अभी जारी रहना तय है।
माना जा रहा है कि इसी माह मंत्रिमंडल का गठन और लॉकडाउन समाप्त होने के बाद एक बार फिर मंत्रालय और मैदानी स्तर पर अफसरों में बड़ा फेरबदल किया जाएगा। यही वजह है कि मुख्यमंत्री द्वारा लगभग हर रोज जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फीडबैक लिया जा रहा है। इनमें खसतौर पर उन नेताओं की पंसद-नापसंद को महत्व दिया जाएगा जिन्हें चुनावी मैदान में उभरना है। सूत्रों की माने तो अभी तक जो भी प्रशासनिक फेरबदल किया गया है उसकी मुख्य वजह कोरोना नियंत्रण में असफल साबित होना या फिर संगठन व जनप्रतिनिधियों की बड़ी नाराजगी रही है।
राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता हो या रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव, दोनों को एक झटके में संगठन की नाराजगी की वजह से हटाया गया है। वहीं इंदौर, उज्जैन, खंडवा, बुरहानपुर कलेक्टर कोरोना नियंत्रण में असफल साबित हो रहे थे। वहीं उमरिया कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी को पूर्व मंत्री संजय पाठक के रिसोर्ट पर बुल्डोजर चलाना भारी पड़ा है, तो छिंदवाड़ा कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा विधानसभा चुनाव के समय से ही निशारे पर बने हुए थे। सागर कलेक्टर प्रीति मैथिल को निजी वजहों से कलेक्टर की जिम्मेदारी मुक्त किया गया। भोपाल कमिश्नर पद से कल्पना श्रीवास्तव को हटाया जाना जरुर सभी को चौंकाने वाला रहा, इसकी वजह है पिछली भाजपा सरकार में भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाना। इसी तरह से मुख्यमंत्री सचिवालय में सचिव एम. सेलवेंद्रन को छोडक़र लगभग पूरी टीम ही बदल दी गई है। इसी तरह से पुलिस की टीम मेें भी व्यापक बदलाव किया जा चुका है।
हो चुकी मंत्रणा
सत्ता परिवर्तन के बाद भी दो माह में जिन अफसरों को कोरोना की वजह से नहीं बदला गया है, अब उनकी बारी है। इसके लिए सरकार अब तैयारी कर रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस और डीजीपी विवेक जौहरी के बीच कई दौर की मंत्रणा हो चुकी है। अब ईद का त्यौहार भी निकल गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही होने वाले फेरबदल में तीन संभागायुक्त व चार जोन के आईजी के अलावा डेढ़ दर्जन जिलों के कलेक्टर व एसपी बदले जा सकते हैं। जिन जिलों में बदलाव होना तय माना जा रहा है उनमें मुरैना, शिवपुरी, भिंड, ग्वालियर, अशोकनगर, छतरपुर, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, टीकमगढ़, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, मंदसौर, निवाड़ी आदि शामिल बताए जा रहे हैं। इनके अलावा कुछ नगर निगम आयुक्त व जिला पंचायतों के सीईओ को भी बदला जाना तय है।