गौरव अवस्थी
आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान के रजत जयंती वर्ष पर आयोजित स्मृति समारोह की श्रृंखला में दिनांक 11-12 नवंबर 2022 को आयोजित मुख्य कार्यक्रम “द्विवेदी मेला” में देशभर के 75 साहित्यकार, पत्रकार, प्रोफ़ेसर और विद्वान पधारे थे। इनमें से अधिकांश ने द्विवेदी मेला से जुड़े अपने अनुभव लिपिबद्ध किए।
इन्हीं संस्मरणों पर आधारित पुस्तक-
‘श्रुति-स्मृति-स्मरण’ शीघ्र ही प्रकाशित होने वाली है।
इसका आकर्षक कवर पेज नई दिल्ली के डिजाइनर भाई राजीव कुमार जी ने तैयार किया है। पुस्तक के प्रकाशन का भार आज से 123 साल पहले हिंदी में ‘सरस्वती’ मासिक पत्रिका का संकल्प पूरा करने वाले प्रबल हिंदी समर्थक बाबू चिंतामणि घोष द्वारा स्थापित इंडियन पर्स के वर्तमान स्वामी श्री सुप्रतीक घोष जी ने अपने ऊपर लिया है। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है।
इस पुस्तक को प्रकाशित करने का एकमात्र उद्देश्य “द्विवेदी मेला” के आयोजनों के इतिहास से भावी पीढ़ी को परिचित कराए रखना भर है, ताकि भावी पीढ़ियां प्रेरणा ग्रहण करती रहें।
1964 में आचार्य द्विवेदी की जन्मशताब्दी पर दौलतपुर ( रायबरेली) में संपन्न हुए द्विवेदी मेला का कोई इतिहास ज्ञात न होने पर ही आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति न्यास, रायबरेली ने इस पुस्तक को प्रकाशित करने का संकल्प लिया। आप सबके सहयोग स्नेह और संबल से यह संकल्प भी पूरा होने वाला है।