लंदन : इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज का दूसरा मुकाबला क्रिकेट के ‘मक्का’ लॉर्ड्स में खेला गया है. इस मुकाबले के चौथे दिन (1 जुलाई) जबरदस्त बवाल देखने को मिला. पूरे बवाल के केंद्र में मिचेल स्टार्क रहे, जिन्होंने इंग्लिश बल्लेबाज बेन डकेट का कैच लपका था. हालांकि बाद में तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला पलट दिया.
यह पूरा वाकया इंग्लैंड की दूसरी पारी के 29वें ओवर में हुआ. उस ओवर में कैमरन ग्रीन ने पांचवीं गेंद शॉट फेंकी, जिसपर डकेट ने फाइन लेग एरिया में रैम्प शॉट लगाया. शॉट की टाइमिंग उतनी सही नहीं रही और गेंद हवा में खड़ी हो गई. उस रीजन में मौजूद स्टार्क ने बाएं तरफ दौड़ते हुए कैच को पकड़ लिया. हालांकि कैच पकड़ने के दौरान जब स्टार्क ने स्लाइड किया, तो गेंद जमीन को छू गई. मैदानी अंपायर कैच को लेकर आश्वस्त थे और उन्होंने स्टार्क के पक्ष में फैसला दिया.
साउथ अफ्रीकी अंपायर सवालों के घेरे में
उधर बेन डकेट चाहते थे कि तीसरे अंपायर इस मामले को क्रॉस चेक करें. मामला थर्ड अंपायर मराइस इरास्मस के पास पहुंचा भी. साउथ अफ्रीका के रहने वाले इरास्मस ने रिप्ले देखने के बाद मैदानी अंपायर के फैसले को पलट दिया. इरास्मस का मानना था कि स्टार्क ने कैच तो पकड़ लिया है, जब गेंद जमीन को छू रही थी तो वह पूरी तरह नियंत्रण में नहीं थे. फैसले से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी काफी खफा नजर आए और उन्होंने मैदानी अंपायरों से काफी देर तक बहस की.
तीसरे अंपायर के इस फैसले ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पिछले महीने खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले की याद दिला दी. उस मुकाबले में कैमरन ग्रीन ने डाइव लगाकर शुभमन गिल का एक हाथ से गिल का कैच लपका था. तब मामला थर्ड अंपायर के पास गया था. उस वक्त रिप्ले देखने के बाद पहली नजर में लगा की बॉल जमीन से टच हुई है, लेकिन तीसरे अंपायर रिचर्ड कैटलबोरो ने बल्लेबाज के खिलाफ फैसला दिया था. स्टार्क और कैमरन ग्रीन के कैच की तुलना करें, तो ग्रीन की तुलना स्टार्क कहीं ज्यादा गेंद के कंट्रोल में थे. ऐसे में तीसरे अंपायर पर सवाल उठना जायज भी लगता है.
क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब की ओर से भी पूरे मामले पर सफाई दी गई है. एमसीसी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘नियम 33.3 में ये साफ तौर पर लिखा है कि कैच तभी पूरा माना जाएगा जब फील्डर का गेंद और खुद की गति पर पूरी तरह नियंत्रण हो. इससे पहले गेंद जमीन को नहीं छू सकती. इस मामले में जब गेंद जमीन को टच कर रही थी तब मिचेल स्टार्क स्लाइड कर रहे थे और उनका खुद की गति पर पूरा कंट्रोल नहीं था.’