नई दिल्ली : कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बीजेपी द्वारा किए गए बदलावों में परिवर्तन की शुरुआत हो चुकी है. कर्नाटक कैबिनेट ने गुरुवार को फैसला किया कि स्कूल की किताबों में बदलाव किया जाएगा. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार द्वारा किताबों में जिन चैप्टर्स को शामिल किया गया था, अब उन्हें हटाया जाएगा. वहीं, कैबिनेट ने BJP सरकार द्वारा लाए गए धर्मांतरण विरोधी कानून को भी वापस लेने का फैसला लिया है. सरकार ने स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना भी जरूरी बना दिया है.
दरअसल, किताबों में किए जाने वाले बदलाव को लेकर कई दिनों से चर्चा कर रही थी. किताबों में होने वाले बदलाव की जानकारी मिलने के बाद से ही बीजेपी कांग्रेस सरकार पर हमलावर थी. हालांकि, गुरुवार को सरकार ने फैसला किया कि किताबों में बदलाव किया जाएगा. . किताबों में किए जाने वाले बदलाव को लेकर कांग्रेस सरकार ने पांच सदस्यों वाली कमिटी बनाई है, जिसका नेतृत्व राजप्पा दलावायी कर रहे हैं. किताबों में अब नेहरू और अंबेडकर की एंट्री होने वाली है.