आनंद अकेला की रिपोर्ट
भोपाल। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के लिए राष्ट्रीय अवार्ड घोषणा कर दी गई है। इसमें मध्यप्रदेश के 15 पंचायतों को राष्ट्रीय अवार्ड से पुरस्कृत किया गया है। जिसमें दो जिला, दो जनपद और 11 ग्राम पंचायत शामिल है। सीधी के पनवार चौहानन ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने के लिए नेशनल अवार्ड के लिए चुना गया है। विंध्य से एकमात्र पंचायत है जिसे इस अवार्ड के लिए चयनित किया गया है।
इसलिए दिया गया है राष्ट्रीय अवार्ड
राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश की 11 ग्राम पंचायतों को राजस्व आय में बढ़ोत्तरी, प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर प्रबंधन और सामाजिक विकास के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिये पुरस्कृत किया गया है। नेशनल फ्रंटियर की एक्सक्लूसिव जानकारी में राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करने वाली ग्राम पंचायतों में सीधी जिले की पनवार चौहनन नेशनल अवार्ड के लिए चुना गया है। इसके अलावा जिन 10 ग्राम पंचायत को इस अवार्ड के लिए चुना गया है उसके नाम इस प्रकार है नीमच जिले की ग्राम पंचायत भरवडिय़ा, सागर जिले की दो ग्राम क्रमश: पंचायत मरामाधौ एवं तुमरी, इंदौर जिले की ग्राम पंचायत पोटलोद, होशंगाबाद जिले की ग्राम पंचायत बाबईखुर्द, धार जिले की ग्राम पंचायत सुंदरेल, मंदसौर जिले की ग्राम पंचायत पाड़लिया मारू, रतलाम जिले की ग्राम पंचायत कंसेर, सीहोर जिले की ग्राम पंचायत मूगली और रतलाम जिले की ग्राम पंचायत बरखेड़ी को चुना गया है। मध्यप्रदेश की पंचायतों को मिले ये पुरस्कार पंचायतों के बेहतर कामकाज के परिणाम हैं। जबकि दो जिला पंचायत नीमच, मंदसौर और दो जनपद पंचायत आलोट एवं होशंगाबाद को नेशलन अवार्ड के लिए चुना गया है।
क्या मिलता है पुरस्कार में?
पंचायत राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पुरस्कारों में जिला पंचायत को प्रमाण-पत्र सहित 50 लाख रूपये, जनपद पंचायत को प्रमाण-पत्र सहित 25 लाख रूपये और ग्राम पंचायतों को उनकी जनसंख्या के अनुसार प्रमाण-पत्र के साथ पाँच लाख से 15 लाख तक के पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।