सीधी। रामपुर नैकिन स्थित पड़खुरी ग्राम में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार संस्थान द्वारा भव्य गायत्री शक्ति पीठ की स्थापना की जाएगी। इस अवसर पर शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा, सजल श्रद्धा, प्रखर प्रज्ञा की स्थापना देसंविवि के प्रतिकुलपति डा. चिन्मय पंड्या द्वारा की जाएगी।
शुक्रवार को पड़खुड़ी ग्राम में गायत्री परिवार द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विंध्य समेत देश के कई भागों से बड़ी संख्या में गायत्री साधक जुटेंगे। आयोजन को लेकर सभी तैयारिया पूरी कर ली गईं हैं। पड़खुरी आश्रम में गायत्री परिवार द्वारा भव्य गायत्री शक्ति पीठ के निर्माण को लेकर सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिसका भूमि पूजन अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज संस्थान के विशेष प्रतिनिधि व देव संस्कृति विश्व विद्यालय के प्रति कुलपति डा. चिन्मय पंड्या द्वारा सुबह 8 बजे किया जाएगा। इसके साथ ही गायत्री ट्रस्ट पड़खुड़ी आश्रम में शिव परिवार तथा गायत्री परिवार के अधिष्ठाता पं. श्रीराम शर्मा आचार्य तथा वंदनीया माता भगवती शर्मा की सजल श्रद्धा तथा प्रखर प्रज्ञा स्थल की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पड़खुरी आश्रम में शांतिकुंज हरिद्वार से आए विशेष टीम द्वारा सभी कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। पड़खुड़ी आश्रम में होने वाले कार्यक्रमों के मुख्य पुरोहित चित्रकूट गायत्री शक्ति पीठ के व्यवस्थापक डा. राम नारायण त्रिपाठी जी के सानिध्य के सभी कार्यक्रमों का संचालन होगा। आयोजन से पहले की सभी पूजाएं आश्रम में शुरू कर दी गईं हैं।
पड़खुड़ी आश्रम के व्यवस्थापक प्रभाकांत तिवारी तथा मीडिया मीडिया प्रभारी आनंद अकेला ने बताया कि सभी कार्यक्रमों की तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर विंध्य के सभी क्षेत्रों से आएं कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी आनंद अकेला ने बताया कि पड़खुरी आश्रम में इसके साथ ही देसंविवि के प्रतिकुलपति डा. चिन्मय पंड्या जी के विशेष अमृतमयी संदेश सुबह साढ़े नौ बजे से होंगे। इसके पश्चात् डा. चिन्मय पंड्या चोरगड़ी में गायत्री प्रज्ञा संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके पश्चात् ब्यौहारी में हो रहे गायत्री परिवार के 108 कुंडीय यज्ञ कार्यक्रम के लिए रवाना होंगे। शाम को ब्यौहारी से सीधी गायत्री शक्ति पीठ आएंगे। जहां वह कुछ देर रुकेंगे। इसके पश्चात् रात्रि में प्रयागराज के लिए रवाना हो जाएंगे। उन्होंने विंध्य क्षेत्र के लोगों से बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता करने की अपील की।
स्व. रामचंद्र पांडेय ने किया था भूमिदान
अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा पड़खुरी में तैयार आरण्यक आश्रम की पूरी 28 एकड़ भूमि पेशे से शिक्षक रहे स्व. श्री रामचंद्र पांडेय जी ने शांतिकुंज हरिद्वार को समर्पित कर दी थी। उनका सपना था कि यह पावन भूमि भविष्य में विंध्य के महत्वपूर्ण धाम के रूप में विकसित हो। यहां गायत्री परिवार के अधिष्ठाता वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा के स्वप्नों के अनुरूप आदर्श क्षेत्र विकसित हो।
पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के प्रत्यक्ष शिष्य हैं डा. पंड्याडॉ. चिन्मय पंड्या का जन्म एक उच्च कुशल धार्मिक परिवार में हुआ था, जो पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य (1911-1990) के प्रत्यक्ष शिष्य थे। उन्होंने यूनाइटेड किंगडम से चिकित्सा में पोस्ट ग्रेजुएशन किया तथा विश्व प्रसिद्ध रॉयल कॉलेज ऑफ साइकियाट्रिस्ट्स की सदस्यता पूरी की। वर्ष 2010 में उन्होंने भारत लौटकर राष्ट्र औऱ समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। डॉ. चिन्मय पंड्या वर्तमान में हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति है। साथ ही पूरे विश्व में पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के वैज्ञानिक अध्यात्मवाद के बढ़ावा देने के लिए संकल्पित हैं। इसके साथ ही डा. पंड्या एक दार्शनिक, मनोचिकित्सक, लेखक, प्रोफेसर और संपादक सहित कई भूमिकाएँ निभाते हैं। गायत्री परिवार में महत्वपूर्ण समय देने के साथ ही विश्व स्तर पर वैज्ञानिक अध्यात्मवाद पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में विशेष भूमिकाएं निर्वाहित करते हैं।