आनंद अंकेला की रिपोर्ट
सतना l लॉकडाउन के बीच घर वापसी को बेकरार प्रवासियों आए दिन कही ना कहीं दुर्घटना के शिकार हो रहे है l कही प्रवासियों से भरी ट्रक खाई में गिर रही है या फिर कही बस अनहोनी का शिकार हो रहे है l हाल ही में अभी एक ताजा मामला सामने आया है l जहां प्रवासी नागरिक अपने 9 साथियों के साथ गुजरात के भरुच से सागर तक साइकिल और फिर सागर से बस से बुधवार को सतना पहुंचे 30 वर्षीय एक श्रमिक दिनेश रावत की सेंट्रल किचेन के पास स्थित अस्थाई यातायात कैंप में मृत्यु हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक मूलत: सीधी जिले के चुरहट थाना अंतर्गत लोटनी जडिय़ा गांव का रहने वाला था, और लंबे अर्से से टीबी से पीडि़त था।
मृतक का शव एम्बुलेंस से उसके गृह ग्राम भेज दिया गया है। मृतक दिनेश रावत की पत्नी और 2 बच्चे गांव में ही रहते हैं। मृत्यु के दौरान उसका ममेरा भाई राजू रावत साथ में था। मिली जानकारी के अनुसार साइकल में लकड़ी का एक मोटा पटरा बांधा गया और जैसे-तैसे सभी लोग 19 मई को सागर पहुंचे। सागर से बस मिल गई। ये बस 20 मई को दोपहर डेढ़ बजे सतना सेंट्रल किचेन के पास स्थित श्रमिकों के अस्थाई बस स्टैंड में रुकी। बताया गया है कि बस से उतरने के लगभग आधे घंटे बाद दिनेश की मृत्यु हो गई। खबर मिलने पर सिविल लाइन टीआई अर्चना द्विवेदी और आरक्षक मुकेश त्रिपाठी ने एक प्रायवेट एम्बुलेंस का प्रबंध कर शव को लोटनी जडिय़ा भिजवाया।