नई दिल्ली: BSNL के लाखों यूजर्स के ऊपर बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इस डेटा ब्रीच में 278जीबी का सेंसिटिव डेटा हैकर के हाथ लग गया है। एथेनियन टेक की थ्रेट इंटेलिजेंस रिपोर्ट के अनुसार इस साइबर अटैक को ‘kiberphant0m’ नाम के हैकर ने अंजाम दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साइबर अटैक से हैकर को इंटरनैशनल मोबाइल सब्सक्राइबर आइडेंटिटी (IMSI) नंबर, सिम कार्ड डीटेल, होम लोकेशन रिजिस्टर डेटा और क्रिटिकल सिक्योरिटी की का ऐक्सेस मिल गया है।
क्या है खतरा?
डेटा ब्रीच से सिम क्लोनिंग और आइडेंटिटी थेफ्ट का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसमें साइबर क्रिमिनल यूजर के ओरिजिनल सिम का क्लोन बना लेते हैं। इसके लिए हैकर ओरिजिनल IMSI और ऑथेंटिकेशन की (authentication key) का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करके हैकर यूजर के नंबर पर आने वाले मेसेज और कॉल को ऐक्सेस करके बैंक डीटेल तक चोरी कर सकते हैं। इसके अलावा यह डेटा ब्रीच यूजर की प्राइवेसी को भी तगड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही ऐसे डेटा लीक से यूजर्स के ऊपर फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग अटैक्स का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
डेटा की कीमत 4 लाख रुपये से ज्यादा
डेटा ब्रीच में हैकर को बीएसएनएल सर्वर के स्नैपशॉट्स (SOLARIS स्नैपशॉट) भी मिल गए हैं, जिसका इस्तेमाल सिम क्लोनिंग और एक्सटॉर्शन जैसी क्रिमिनल ऐक्टिविटी के लिए भी किया जा सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हैकर ने चोरी किए गए डेटा की कीमत 5 हजार डॉलर (करीब 4,17,000 रुपये) लगाई है। चौंकाने वाली बात यह है कि हैकर इस कीमत को 30 मई 2024 और 31 मई 2024 के बीच स्पेशल डील में ऑफर कर रहा था। डेटा की कीमत से अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह काफी सेंसिटिव है।
खुद को ऐसे रखें सेफ
डेटा ब्रीच होने के बाद भी यूजर खुद को सेफ रख सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि फोन और बैंक अकाउंट पर लगातार नजर रखा जाए, ताकि किसी भी गलत ऐक्टिविटी को तुरंत पकड़ा जा सके। इसके अलावा यूजर्स को सभी अकाउंट्स के लिए 2 फैक्टर ऑथेंटिकेशन को ऐक्टिवेट करना चाहिए। बताते चलें कि इस साइबर अटैक से केवल यूजर ही नहीं, कंपनी और नैशनल सिक्योरिटी पर भी असर पड़ सकता है। उम्मीद की जा ही है कि बीएसएनएल इससे निपटने के लिए जल्द कोई ठोस उपाय करेगा।