इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में 1.5 करोड़ रुपये की लूटपाट कांड का आखिरकार पर्दाफाश हो गया है. इस केस के कुछ सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे. पुलिस की मानें तो इस पूरे केस की मास्टरमाइंड वही महिला है, जिसने अपने घर पर लूटपाट की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
पुलिस ने बताया- बुर्का पहनकर जिन दो चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था उनमें से एक बर्खास्त पुलिसवाला ही है. इतना ही नहीं बर्खास्त पुलिसकर्मी की साली ही इस मामले में फरियादी है उसके ही फ्लैट में ये चोरी हुई थी. इसके कारण मामले में उसकी भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है.
इंदौर के पलासिया थाना इलाके में 13 मार्च को शुभ लाभ प्राइम टाउनशिप में रहने वाली पार्लर संचालिका शिवाली जादौन ने अपने फ्लैट से 4 बैग चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी. उसने पुलिस को बताया कि सुबह वह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने गई थी, और जब दो घंटे बाद लौटी तो फ्लैट का दरवाजा टूटा हुआ था, घर की अलमारी में रखे चार बैग गायब थे इनमें से तीन बैग उसके लिव इन पार्टनर अंकुश के थे. जांच में पता चला कि बैग में प्रॉपर्टी डील से जुड़े लगभग डेढ़ करोड़ रुपये रखे गए थे.
शिवाली जादौन का जीजा
वारदात के बाद जांच में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में बुर्का पहने दो आरोपी नजर आए थे जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी. अब पुलिस को इसमें सफलता मिल गई है और चौंका देने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस ने बुर्का पहनकर चोरी करने वाले दोनों चोरों को गिरफ्तार कर लिया है जिनमें से एक बर्खास्त पुलिसकर्मी है जो कि फरियादी शिवाली जादौन का जीजा है.
लिव-इन पार्टनर पर शक
बताया जा रहा है कि शिवाली काफी समय से अंकुश के साथ लिव-इन में रह रही थी, लेकिन उसे डर था कि वह कभी भी उसे छोड़ सकता है. अंकुश अक्सर अपने व्यापार के रुपये शुभ लाभ प्राइम टाउनशिप के फ्लैट में लाकर रखता था. इस बात की जानकारी शिवाली ने अपने जीजा धीरू थापा को दी, जिसके बाद दोनों ने मिलकर चोरी की योजना बनाई. उधर, आरोपी शिवाली की बहन इस पूरे केस को जानकर हैरान है.