पटना : श्रम संसाधन विभाग हर जिले में एक-एक मेगा कौशल केंद्र (स्किल सेंट) शुरू करेगा। इसकी शुरुआत फरवरी से एक साथ 18 जिलों में हो जाएगी। बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर नामी-गिरामी कंपनियों में रोजगार दिलाने के उद्देश्य से श्रम संसाधन विभाग ने हर जिले में एक-एक मेगा स्किल केंद्र खोलने का निर्णय लिया है। इसमें विभिन्न कंपनियों के सहयोग लेने की योजना तैयार की गई है।
कंपनियों की ओर से बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जायेगा और प्रशिक्षण पूरा होने पर वे अपनी कंपनी में रोजगार भी देंगे। स्किल केंद्र खोलने के लिए विभाग ने विश्व बैंक, ब्रिटिश काउंसिल, टीसीएस, डब्ल्यूएससी, नेस्कॉम, बार्बीक्यू नेशन, वी-मार्ट, जोमैटो, रिलायंस जिओ के प्रतिनिधियों के साथ विमर्श कर चुका है। मेगा स्किल सेंटर शुरू होने के बाद घर के पास रोजगार और स्वरोजगार से जुड़ने का मौका मिलेगा तो बिहारी बेरोजगारों को रोजगार खोजने के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।
पलायन पर रोक लगेगी सरकार की इस पहल से पलायन में कमी आयेगी। फिलहाल हर साल हजारों की संख्या में बेरोजगार रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते है जिन्हें वहां काफी कठिनाइयां होती हैं। स्किल सेंटर पर एग्रीकल्चर, कृषि, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, ग्रीन जॉब, हेल्थ केयर, पावर, रबर, लोह और इस्पात जैसे क्षेत्र में प्रशिक्षण मिलेगा।
श्रम संसाधन विभाग मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में राज्य के आधा दर्जन जिलों में मेगा स्किल केंद्र खोले जाएंगे। बाजार में कुशल श्रमिकों की मांग बढ़ रही है। इसको ध्यान में रखकर सात निश्चय-2 के तहत बिहार के सभी जिलों में मेगा कौशल केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। पायलट परियोजना के तौर पर कुछ जिलों में केंद्र खोले जायेंगे।
आपको बता दें कि युवाओं को सरकारी नौकरी देने की दिशा में बिहार सरकार पिछले कुछ महीनों से काफी सक्रियता व तेजी के साथ काम कर रही है। शिक्षक, पुलिस समेत विभिन्न विभागों में भर्तियां चल रही हैं।