द ग्रेट खली के नाम से मशहूर दिलीप सिंह राणा ने अपनी रेसलिंग से पूरी दुनिया में धमाल मचा चुके हैं। 27 अगस्त 1972 को हिमाचल प्रदेश के धिरैना में जन्मे खली रेसलिंग में आने से पहले पंजाब पुलिस में काम करते थे। रेसलिंग की दुनिया में धमाका करने वाले ‘द ग्रेट खली’ डब्ल्यूडब्ल्यूई में रेसलिंग करने वाले पहले भारतीय हैं। खली आज भारत की शान हैं पर खली ऐसे ही महाबली नहीं बने, इसके पीछे एक लंबा संघर्ष है। आइए जानें खली के बारे में कुछ खास बातें
खली की लंबाई 7 फुट 1 इंच है जबकि उनका वजन 157 किलो है।’द ग्रेट खली’ का सीना 63 इंच का है। खली को बचपन से ही एक्रोमेगली नाम की बीमारी थी जिसकी वजह से उनका शरीर असाधारण तरीके से बढ़ा। खली के दादा की लंबाई 6 फुट 6 इंट थी। खली जब स्कूल में थे तब एक बार उनके परिवार के पास उनकी फीस भरने के लिए ढाई रूपये नहीं थे। 1979 में गर्मियों का मौसम था और बारिश न होने के कारण उनके खेत की फसल सूख गई थी, फीस न देने की वजह से उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था।
खली बच्चों के सामने टीचर से हुए इस अपमान को कभी भूल नहीं पाए और कभी स्कूल नहीं गए। वो आठ साल के थे तभी से अपने पिता के साथ दिहाड़ी मजदूरी करने लगे जिसके लिए उन्हें दिन के पांच रूपये मिल जाते थे। रेसलिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले उन्होंने हिमाचल में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी तक की है। उन्हें एक बार पंजाब पुलिस के एक अफसर ने देखा और उनके भीमकाय शरीर को देखकर पंजाब पुलिस में भर्ती होने की सलाह दी और वहां जाने का खर्च भी दिया।
द ग्रेट खली पहले ऐसे डब्ल्यूडब्ल्यूई सुपरस्टार थे जो मूल रूप से भारत के निवासी थे द ग्रेट खली डब्ल्यूडब्ल्यूई में चैंपियनशिप जीतने वाले भारत के पहले सुपरस्टार हैं। द ग्रेट खली रेसलिंग के अलावा कुछ बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों में भी काम कर चुके हैं इसके अलावा वह भारत के पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस का भी हिस्सा रहे है।
खली रोज शाम को 10 लीटर दूध, 20 उबले हुए अंडे, 5 ग्लास मिक्स जूस और 5 ग्लास अनार का जूस पीते हैं। उन्हें शराब और धूम्रपान से सख्त नफरत है। वर्तमान समय में खली डब्ल्यूडब्ल्यूई से अलग हो चुके हैं और पंजाब में सीडब्ल्यूई की नाम की खुद की रेसलिंग एकेडमी खोली है जहां वह कई युवाओं को ट्रेनिंग देते हैं।