नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली का कार्यकाल अगले सप्ताह समाप्त हो जाएगा। पूर्व भारतीय कप्तान ने अक्टूबर 2019 में बोर्ड के अध्यक्ष का पदभार संभाला था। अगले सप्ताह तक वह तीन साल का अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे। लेकिन अब गांगुली की जगह रोजर बिन्नी का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना तय है। बीसीसीआई को 18 अक्टूबर को नया अध्यक्ष मिलने की संभावना है। बीसीसीआई के सभी पदों के लिए चुनाव होने वाले हैं, इसके लिए उम्मीदवारों को 11 और 12 अक्टूबर तक अपना नामांकन दाखिल करना था। पूर्व वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ी रोजर बिन्नी ने ही बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए अब तक नामांकन किया है, ऐसे में वह निर्विरोध इस पद के लिए चुने जा सकते हैं।
बिन्नी के नामांकन पत्र दाखिल करने के समय गांगुली भी बीसीसीआई कार्यालय में मौजूद थे। क्रिकबज के अनुसार, वह निराश थे और बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में बने रहना चाहते थे। इससे पहले, समाचार एजेंसी, पीटीआई ने भी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि गांगुली अपने पद पर बने रहना चाहते थे। रिपोर्ट में आगे यह भी कहा गया है कि गांगुली को आईपीएल अध्यक्ष का पद ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने बड़ी विनम्रता से मना कर दिया।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के कार्यकाल में हुए ये 3 बड़े विवाद
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ” सौरव गांगुली को आईपीएल अध्यक्ष का पद ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने बड़ी विनम्रता से इस ऑफर को ठुकरा दिया। इसके पीछे उनका तर्क था कि वह उसी संस्थान का नेतृत्व करने के बाद बीसीसीआई में उप-समिति के प्रमुख बनने को स्वीकार नहीं कर सकते। उन्होंने बीासीसीआई के अध्यक्ष पद पर ही बने रहने में रुचि दिखाई थी।”
बृजेश पटेल ने 2019 से 2022 तक आईपीएल का अध्यक्ष पद संभाला है। हालांकि वह अगले महीने 70 वर्ष के हो जाएंगे और भारत के पूर्व क्रिकेटर के रूप में उस पद पर बने रहने के योग्य नहीं होंगे। उनकी जगह अरुण सिंह धूमल का आईपीएल अध्यक्ष बनना तय लग रहा है, जोकि वर्तमान में बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष हैं।
इसके अलावा कई रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि गांगुली अब आईसीसी में भी नहीं जाएंगे क्योंकि उनके पास समर्थन नहीं है। गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने से पहले दिल्ली कैपिटल्स के कोचिंग स्टाफ के सदस्य थे और वह टी20 लीग में वापसी कर सकते थे।