नई दिल्ली। अंतरिक्ष आज भी वैज्ञानिकों के लिए पहेली बना हुआ है। पृथ्वी के अलावा ब्रह्मांड में असंख्य ग्रह और क्षुद्रग्रह हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि एक क्षुद्रग्रह अपोसिस धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा अनुमान जताया गया है कि जब यह धरती के नजदीक होगा तो गुरुत्वार्षण के कारण खगोलीय भूकंप आ सकता है, जो कई परमाणु बमों के विस्फोट से निकली ऊर्जा के बराबर होगा। वैज्ञानिक पिछले 20 साल से इस क्षुद्रग्रह का अध्ययन कर रहे हैं। क्षुद्रग्रह के 13 अप्रैल 2029 में धरती के पास से गुजरने की संभावना है। इसे तबाही का देवता या अंतरिक्ष का हत्यारा उपनाम दिया गया है।
वैज्ञानिकों ने इस क्षुद्रग्रह की खोज 2004 में की थी। तब से खगोलविद अपोफिस पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2029 में यह धरती के पास से होकर गुजरेगा। वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि इसके धरती से टकराने की संभावना 2.7 प्रतिशत है। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी के वैज्ञानिक रोनाल्ड-लुई बैलौज़ के नेतृत्व में एक टीम अपोफिस पर बारीकी से नजर रख रही है।
वैज्ञानिकों ने क्या अनुमान जताया
वैज्ञानिकों के अनुसार, 2029 में जब यह क्षुद्रग्रह धरती के पास से गुजरेगा तो गुरुत्वार्षण बल के कारण इस क्षुद्रग्रह में भूकंप आ सकता है। इसे खगोलीय भूकंप कहा जा रहा है। खगोलीय भूकंप या अंतरिक्ष भूकंप पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में होने वाला भूकंप होता है। वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव की जांच की है तो पता लगाया कि ऐसी घटना तब होगी, जब यह हमारे ग्रह से 19000 मील की दूरी पर आ जाएगा।
कई परमाणु बमों के बराबर विस्फोट
13 अप्रैल, 2029 को पृथ्वी के पास से गुजरने वाला क्षुद्रग्रह अपोफिस “अंतरिक्ष हत्यारा” है। यह क्षुद्रग्रह बेहद विशाल है, इसका आकार न्यूयॉर्क के 102 मंजिला एम्पायर स्टेट इमारत के बराबर है। अपोफिस की लंबाई 1230 फीट है। यदि यह पृथ्वी से टकराता है, तो इसके प्रभाव से कई परमाणु बमों के बराबर ऊर्जा निकलेगी, जिससे सैकड़ों मील तक विनाश होने की संभावना है।