ऋषिकेश :उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आईडीपीएल एवं कृष्णा नगर कॉलोनी की नवम्बर, 2021 में समाप्त होने वाली लीज़ से पूर्व वहां पर वर्षों से निवासरत क्षेत्रवासियों के आवास की समस्या पर सकारात्मक निर्णय लेने सहित अनेकों मुद्दों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री आवास पर लम्बी चली वार्ता के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अवगत करते हुए कहा कि आगामी माह नवंबर में आईडीपीएल की लीज समाप्त होने से यह भूमि वन विभाग को हस्तांतरित होने पर लगभग 50 वर्षों से भी अधिक समय से रह रहे निवासियों के उजड़ने का भय व्याप्त हो गया है, श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि 18 सितंबर को ऋषिकेश में संपन्न हुई जन आशीर्वाद रैली के दौरान उनके द्वारा घोषणा के माध्यम से आईडीपीएल एवं कृष्णानगर के निवासियों को भूमि से बेदखल ना किए जाने के संबंध में आश्वस्त किया गया था।विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से विशेष आग्रह किया कि आईडीपीएल एवं कृष्णानगर कॉलोनी को उजड़ने से बचाने के लिए सकारात्मक निर्णय लेकर क्षेत्रवासियों की समस्या का त्वरित निदान किया जाए।आपको बता दें IDPL, कृष्णा नगर, खांड गाँव के क्षेत्रवासी काफी समय से अपने क्षेत्र को नगर निगम में मिलाने की कर रहे हैं मांग. कई बार धरना भी दे चुके हैं अपनी मांग को लेकर.
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नेपाली फार्म तिराहे का नाम यथावत रखने का भी आग्रह किया।इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं पर शीघ्र कार्यवाही किए जाने का भी अनुरोध मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से किया।इस वार्ता के बीच मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा अध्यक्ष को आश्वस्त करते हुए सभी विषयों पर जल्द से जल्द उचित कार्यवाही करने की बात कही।
साथ ही इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के बीच गैरसेंण में विधानसभा सत्र को आयोजित करने को लेकर भी चर्चा वार्ता हुई।वहीं भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन के उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किए जाने संबंधित विषय पर भी बातचीत हुई।आपको बता दें कि विगत दिनों एम्स ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पत्र सौंप कर विशेष निवेदन करते हुए भराड़ीसैंण विधानसभा भवन का उद्घाटन किए जाने का आमंत्रण दिया गया था, जिसपर प्रधानमंत्री द्वारा विचार किए जाने की बात कही गई थी।