नई दिल्ली : केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों के शीर्ष नौकरशाहों को खास निर्देश दिए गए हैं। ऐसा कहा गया है कि वे एक-एक ऐसी प्रभावशाली परियोजनाओं की पहचान करें, जिन्हें नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में लागू किया जाएगा। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी सचिवों को भेजे पत्र में यह जानकारी दी। यह भी कहा कि मंत्रालयों और विभागों को अपनी नीतियों व योजनाओं को तैयार करने और लागू करने में संपूर्ण सरकार के नजरिए को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत को कम से कम समय में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
कैबिनेट सचिव ने कहा कि पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी मंत्रालयों और विभागों को नई सरकार के पहले 100 दिनों के दौरान शुरू की जाने वाली एक प्रभावशाली परियोजना की पहचान करनी चाहिए। पत्र में कहा गया, ‘मंत्रालय/विभाग जरूरी मंजूरी पाने के बाद उनके द्वारा तैयार 100 दिन के एजेंडा में कार्य बिंदुओं को लागू करने के लिए कदम उठाएंगे।’ सचिवों से कहा गया कि प्रत्येक मंत्रालय और विभाग 15 अगस्त, 2022 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान घोषित पंच प्रण के तहत लागू करने के लिए पहल और योजनाएं तैयार करेंगे।
दूसरी ओर, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में फसलों की 100 नई प्रजातियों और कृषि, बागवानी, मृदा संरक्षण, डेयरी व मत्स्य पालन जैसी नई प्रौद्योगिकी प्रस्तुत करने की तैयारी की है। यह जानकारी कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने दी। उन्होंने संकेत दिया कि इन प्रौद्योगिकियों और तकनीकों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किया जा सकता है। वह आईसीएआर के 96वें स्थापना व प्रौद्योगिक दिवस के उपक्ष्य में आयोजित दो दिन के कार्यक्रमों के पहले दिन पूसा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।