नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान नरेंद्र मोदी का प्रचार तो छाया रहा था, लेकिन सीएसडीएस लोकनीति के चुनाव बाद सर्वे का निष्कर्ष है कि कांग्रेस ने बीजेपी की तुलना में ज्यादा मतदाताओं से संपर्क साधा।
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बीजेपी के लिए बेहद निराश करने वाले रहे हैं। कहां पार्टी ने 370 सीटें पाने की उम्मीद लगा रखी थी, लेकिन वह 240 पर ही सिमट गई। नतीजों से पहले कोई इस तरह के परिणाम का अनुमान नहीं लगा रहा था। लेकिन, अब ऐसे परिणाम का विश्लेषण सभी लोग अपने-अपने तरीके से कर रहे हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस संबंध में टिप्पणी की कि समाज ने मत दे दिया और उसके हिसाब से परिणाम हो गया। क्यों-कैसे की चर्चा में संघ नहीं पड़ता। संघ अपना कर्तव्य करता रहता है। लेकिन, भाजपा इसके विश्लेषण में लगी है।
इस बीच आए सीएसडीएस लोकनीति पोस्ट पोल सर्वे के नतीजों से पता चलता है कि मतदाताओं तक पहुंच बनाने में भाजपा से आगे कांग्रेस रही थी। इस सर्वे में 19663 लोगों की राय ली गई।
इनसे सीधा सवाल पूछा गया था- क्या आपसे या आपके परिवार के किसी सदस्य से बीते एक महीने में निम्नलिखित पार्टियों की ओर से फोन कॉल, एसएमएस, व्हाट्सऐप आदि के जरिए संपर्क किया गया था?
इन्हें चार पार्टियों का विकल्प दिया गया था- बीजेपी, कांग्रेस, राज्य की सबसे बड़ी पार्टी, राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी। जवाब में 40.3 प्रतिशत लोगों ने भाजपा और 46.2 प्रतिशत ने कांग्रेस का नाम लिया।
चुनाव के बाद सीएसडीएस लोकनीति द्वारा किए गए इस सर्वे का निष्कर्ष भाजपा के प्रति कई लोगों की इस धारणा और आरोप को बल देता है कि पार्टी लोगों तक पहुंच बनाने में कामयाब नहीं रही।
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर से चुनाव हारने वाले भाजपा उम्मीदवार संजीव बालियान की हार के बारे में भाजपा के ही पूर्व विधायक संगीत सोम ने साफ-साफ कहा है कि भाजपाई कार्यकर्ता बालियान के लिए क्षेत्र में नहीं गए। हालांकि, सोम ने इसकी वजह यह बताई कि कार्यकर्ता अपने प्रति बालियान के व्यवहार के चलते उनसे नाराज थे।