नई दिल्ली: पेपर लीक मामले की रिपोर्ट सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 रद्द कर दी थी। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अब पेपर लीक के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया है। वह मूल रूप से यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है।
बताया जा रहा है कि वह पहले भी कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करवा चुका है। पुलिस ने उसे जेल भी भेजा है। यूपी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स उसकी तलाश में कई दिनों से छापेमारी कर रही थी। बता दें की यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में करीब 48 लाख नौजवानों ने किस्मत आजमाई थी। लेकिन पेपर के लीक हो जाने के बाद पेपर को रद्द करना पड़ा था। पेपर के कैंसिल होने के बाद से ही पुलिस और एसटीएफ आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है।
पुलिस ने कई आरोपियों को पकड़ा
पुलिस ने साजिश रचने के आरोप में राज्य भर से 244 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया था। बाद में मार्च के महीने में यूपी एसटीएफ ने पेपर लीक मामले में संलिप्त पाए जाने के बाद मेरठ और दिल्ली के सात और लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी कथित तौर पर पेपर लीक मामले में शामिल एक गिरोह के सदस्य थे। मेरठ के रहने वाले दीपक, बिट्टू, प्रवीण, रोहित, नवीन और साहिल को कांकेर खेड़ा थाना क्षेत्र के एक घर से गिरफ्तार किया गया। गौतमबुद्धनगर के रहने वाले प्रमोद पाठक को भी गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि बीते 17 और 18 फरवरी के दिन यूपी में सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। 60 हजार से ज्यादा पदों के लिए ये भर्तियां निकाली गई थीं। बोर्ड ने परीक्षा करवाने के लिए अलग-अलग जिले चुने थे। इनकों देने के लिए केवल यूपी ही नहीं, बल्कि एमपी, राजस्थान और बिहार के नौजवान युवा भी आए थे। मगर सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया।
सोशल मीडिया पर इसके कई वीडयो और फोटो वायरल हुए थे। इस पेपर को रद्द करवाने के लिए अभ्यर्थियों ने धरना-प्रदर्शन दिया था। इसके बाद बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा के मामले की पूरी तरह से जांच की। मामले सही पाए जाने पर पेपर को योगी सरकार ने रद्द कर दिया और मामले की जांच एसटीएफ को दे दी। पेपर लीक होने के बाद डीजी रेणुका मिश्रा को भी पद से हटाया गया था।