योगीराज प्रदीप कुमार तिवारी हरिद्वार से योग एवं नैदानिक चिकित्सा में परास्नातक है। ये देश के कई हिस्सों में योग के द्वारा कई जटिल बीमारियों का इलाज करते हैं। इसके साथ ही अपने लेखों के माध्यम से लोगों को योग के प्रति जागरूक करते रहते हैं।
योगासन यूं तो हर वर्ग के लोगों के सेहत के लिए काफी गुणकारी होता है। इस लॉकडाउन में लोग तरह-तरह के योगाभ्यास के साथ घर के ही जिम में कसरत और वर्जिश कर रहे हैं। इस लॉकडाउन में कई अच्छी आदतें घर पर रहकर विकसित की जा सकती है जिनमें एक योगाभ्यास भी है जो सेहत के लिए जरूरी है। आप अपने बच्चे के लिए भी किसी जानकार की देखरेख में योगाभ्यास का अभ्यास करवा सकते हैं। सभी पेंरेट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे शरीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ हो। वह उन्हें हैल्दी रखने के लिए उनके खान-पान की तरफ स्पैशल ध्यान रखते हैं लेकिन फिर भी वह बीमार पड़ ही जाते है। आपको उन्हें फिट करने के लिए खान-पान के अलावा उनसे एक्सट्रा एक्टिविटी करवाने की भी जरूरत है जिसे करने के बाद वह पूरी तरह से विकसित होगें। आज हम आपको ऐसे योगासन बताएंगे, जिसे करके वह हमेशा के लिए स्वस्थ बने रहेंगे।
बचपन से सिखाया जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। ये सच भी है क्योंकि हमारा शरीर एक मशीन के समान है, जैसे किसी मशीन के हिस्से में कोई खराबी आ जाए तो वो ठीक तरह से काम करना बंद कर देती है, वैसे ही मानव शरीर के ठीक से काम करने के लिए उसके हर अंग का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है, और योग ऐसा करने में सक्षम है। वयस्कों का योग करना सामान्य हो गया है। हर दिन बढ़ते शारीरिक और मानसिक तनाव को दूर करने के लिए योग बेहद जरूरी हो चला है। लेकिन अब बच्चों के लिए भी योग बेहद जरूरी बताया जा रहा, क्योंकि स्कूलों और कॉलेजों में बढ़ती प्रतिस्पर्धाओं के साथ-साथ बच्चों को तमाम तरह की अतिरिक्त गतिविधियों में हिस्सा लेना होता है। साथ ही बच्चों को अपने माता-पिता और शिक्षकों की अपेक्षाओं को भी पूरा करना होता है। ऐसे में एक बच्चे के शरीर पर मानसिक और शारीरिक तनाव के साथ-साथ कई तरह का दबाव होता है, ऐसे में बच्चों के शरीर के लिए भी योग उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना एक वयस्क के लिए। योग करने की अच्छी आदत बच्चों को बचपन से ही दे दी जाए तो बात ही कुछ और होगी, क्योंकि इसके अनेक फायदे हैं।
योग के इन फायदों के अलावा एक सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि जब बच्चे योग को अपना लेते हैं तो वे योग ना करने वाले बच्चों से ज्यादा आत्मनिर्भर हो जाते हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। उनकी शारीरिक क्षमता तो बढ़ती ही है, साथ ही उनकी जीवन शैली और रहन-सहन में भी फर्क आता है।
बच्चों के लिए शारीरिक गतिविधि बहुत जरूरी होती है। यदि वह शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहेंगे तो मानसिक रूप से भी विकसित नहीं कर पाएंगें। कम उम्र से ही यदि बच्चे योगा का अभ्यास करना शुरू कर देते हैं तो उन्हें कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसके अलावा योग उनका मानसिक विकास भी बेहतर तरीके से करने में मदद करता है। कम उम्र में इंसान किसी भी चीज को जल्दी सिखता है, इसलिए अपने बच्चों को जल्द से जल्द योग करवाना शुरू कर देना चाहिए। इससे उनके अंदर एनर्जी आएगी और वह किसी भी काम को बेहतर तरीके से करने में सफल होंगे। आइए जानते हैं बच्चों को कौन से योगासन करने चाहिए।
सूर्य नमस्कार
इस योगासन के करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़िया बना रहता है। इसके करने के बाद भूख भी बढ़ती है। इसके अलावा आंखों की रोशनी और स्मरण शक्ति बढ़ती है। बच्चे शरीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह विकसित होते हैं।
वीरासन
इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर बैठ जाएं। अब दोनों पैरों के पंजों को पीछे ले जाते हुए कुल्हों के नीचे रखें। दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें। जितनी देर संभव हो इस अवस्था में बैठे रहे।
गोमुखासन
इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर पालथी मारकर बैठ जाएं। अब दोनों पैरों को एक-दूसरे पर चढ़ा लें। इसके बाद बाएं हाथ को नीचे से पीछे ले और दाएं हाथ को ऊपर की तरफ से पीछे ले जाएं और दोनों हाथों को पकड़ लें।
हलासन
इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और हथेलियां जमीन की तरफ रखें। अब अपने शरीर का ऊपरी भाग आसमान की ओर ऊठाएं और इस दौरान गहरी सांस ले और छोड़ें। अपने हाथों को जमान पर रखकर शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की ओर पुश करें।
सर्वांगसान
इस आासन को करने से बच्चों का दिमाग तेज होता है। इसके साथ ही हाइट बढ़ाने में मददगार, एक्रागता बढ़ाने, दिमाग को स्थिर करने, चेहरे को सुंदर बनाने के साथ-साथ अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
चक्रासन
पेट से जुड़ी समस्या, हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना, हड्डियों को मजबूत, शरीर की स्ट्रेचिंग करने के साथ-साथ टिशूज को रिलैक्स करता है।
पश्चिमोत्तानासन
इस आसन को करने से बच्चों की हाइट बढ़ने के साथ-साथ शरीर में ब्लड का फ्लो ठीक ढंग से होता है।
सुखासन
सुखासन योग सबसे ज्यादा आसन और लाभ देने वाला है। इसको करने से बच्चे न केवल हेल्दी बल्कि मेंटली भी फिट होते हैं। साथ वे दिन भर एनर्जिटिक भी रहते हैं। इसे करने के लिए दाएं पैर को मोड़कर पंजे को बाई जांघ के नीचे रखें। बाएं पैर को मोड़कर पंजे को दाहिनी जांघ के नीचे रखें। हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें। सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर बिना कोई तनाव डाले, उन्हें सीधा रखें।आंखों को बंद कर लें।
शवासन
शवासन बच्चों के लिए बेहद जरूरी आसन है। इसको करने से बच्चों के भीतर धैर्य और मन को शांत करना आता है। इसलिए ये जरूरी है कि बच्चों को ये आसन सिखाएं जाएं। इसे करने के लिए अपने पीठ पर लेटकर पैरों के बल ऊपर की ओर उठने की कोशिश करें।
नोट: ये सभी आसन किसी एक्सपर्ट की देख-रेख में ही करें।