नई दिल्ली l भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मैच 11 जनवरी से केपटाउन में खेला जाएगा. इस टेस्ट मैच से भारतीय कप्तान विराट कोहली (virat kohli) वापसी कर सकते हैं. उनके वापसी करते ही ऋषभ पंत (rishabh pant) को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. पंत पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में बेंच पर मौजूद एक धाकड़ विकेटकीपर को कोहली (kohli) तीसरे टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बना सकते है.
कोहली करेंगे बड़े बदलाव
ऋषभ पंत (rishabh pant) अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. वह रन बनाने के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में उनके टीम में होने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) और आकाश चोपड़ा (aakash chopra) भी ऋषभ पंत (rishabh pant) की आलोचना कर चुके हैं. वह टीम इंडिया के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुके हैं. उनके रन ना बनाने की वजह से मिडिल ऑर्डर (middle order) पर दबाव आ जाता है और पूरी भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाती है. ऐसे में भारतीय कप्तान विराट कोहली (virat kohli) उन्हें तीसरे टेस्ट मैच में बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं.
खराब फॉर्म से जूझ रहे पंत
ऋषभ पंत (rishabh pant) साउथ अफ्रीका दौरे पर बुरी तरीके से फ्लॉप साबित हुए हैं. दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में वह 17 और दूसरी पारी में बिना कोई रन बनाए आउट हो गए. दूसरी पारी में पंत ने बहुत ही गैरजिम्मेदारी भरा शॉट खेला और पवेलियन लौट गए. पंत पिछली 13 टेस्ट पारियों (test innings) में कोई भी शतक (century) नहीं लगा पाए हैं. उन्होंने 4, 41, 25, 37, 22, 2, 1, 9, 50, 8, 34, 17, 0 बनाए हैं. पंत ने पिछले 13 पारियों में 250 रन ही बनाए हैं. सेलेक्टर्स ने उन्हें अपनी काबिलियत दिखाने के भरपूर मौके दिए हैं, लेकिन वो इन पर खरा नहीं उतर पाए. अब ऐसे में उनके करियर की नाव बीच मंझदार में फंसती हुई दिखाई दे रही है.
ये खिलाड़ी छीन लेगा जगह?
केपटाउन में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में ऋषभ पंत की जगह ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को मौका दिया जा सकता है. साहा की विकेटकीपिंग स्किल ऋषभ पंत से कहीं बेहतर है. साहा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार हॉफ सेंचुरी लगाई थी. सेलेक्टर्स और कप्तान ने इस खिलाड़ी को नजरअंदाज किया है. साहा ने टीम इंडिया के लिए 2010 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और उन्होंने भारत के लिए 38 टेस्ट मैचों में 1251 रन बनाए हैं. ये खिलाड़ी जरूरत पड़ने पर टीम का संकटमोचन बन सकता है.
खबर इनपुट एजेंसी से