नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के महारण के बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और RJD सुप्रीमो लालू यादव ने ‘मुस्लिम आरक्षण’ के समर्थन में बात की। लालू के बयान के बाद बिहार के सियासी गलियारों में भूचाल आया है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर RJD और INDI अलांयस पर हमलावर है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मुस्लिम आरक्षण को लेकर लालू यादव की मंशा पर सवाल उठाया है।
कर्नाटक और तेलंगाना के बाद अब मुस्लिम आरक्षण पर छिड़ी बहस बिहार तक पहुंच चुकी है। लालू यादव ने मुस्लिमों का पूरा आरक्षण देने बात कही तो बीजेपी लालू पर हमलावर हो गई। पार्टी के नेता यहां तक दावा कर रहे हैं कि ये पायलट प्रोजेक्ट है, जिसे INDI गठबंधन के दल पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ये पिछड़ों का हक छिनकर मुस्लिमों को देना चाहते हैं।
लालू की मंशा पर अश्विनी चौबे ने उठाया सवाल
लालू यादव के बयान पर अश्विनी चौबे ने कहा, “इन लोग की मंशा धर्म के आधार पर आरक्षण करने की है। कांग्रेस का घोषणापत्र और कर्नाटक में उनका व्यवहार इस बात को स्पष्ट कर रहा है। ये लोग पिछड़ों, अनुसूचित जाति और अति पिछड़े सभी का आरक्षण धर्म के नाम पर मुसलमानों को देना चाहते हैं। इन लोगों की सरकार नहीं बनने वाली है केवल पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी। देश में फिर से तीसरी महाशक्ति हम बनने वाले हैं।
लालू ने मुस्लिम आरक्षण का समर्थन किया
लालू यादव ने खुलकर ‘मुस्लिम आरक्षण’ के समर्थन में बात की है। लालू ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए, पूरा। फिलहाल चुनावों के बीच मुस्लिम आरक्षण एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। फिलहाल जिस तरह तेलंगाना और कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षण दिए जाने का दावा है और अब बिहार में लालू प्रसाद यादव ने मामले को तूल दिया है, इसे लेकर सियासी बयानबाजी जारी रहेगी।