नई दिल्ली: कोविड का सबवेरिएंट JN.1 कुछ राज्यों में दस्तक के बाद इसको लेकर अन्य राज्य अलर्ट मोड में आ चुके हैं। हालांकि ओडिशा राज्य में अभी तक कोरोना के सब वैरिएंट का कोई मामला तो सामने नहीं आया है लेकिन ओडिशा की पटनायक सरकार जल्द ही इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी कर सकती है।
स्वास्थ्य निदेशक बिजय महापात्र ने इस संबंध में बताया कि कोरोना के सब वैरिएंट को लेकर ओडिशा सरकार घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रही है और इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं। बता दें कोरोना के इस नए नए वेरिएंट और हर दिन कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बाद भारत में भी खतरे की घंटी बज चुकी है। केंद्र सरकार ने इस नए वैरिएंट को लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह जारी करने के लिए प्रेरित किया है।
महापात्र के मुताबिक कोरोना का ये नया वैरिएंट JN.1 का एक भी केस अब तक ओडिशा में नहीं पाया गया है लेकिन अगर राज्य में नए कोविड सब-वेरिएंट का कोई भी मामला सामने आता है तो जीनोम इनडेक्सिन के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
महापात्र ने कहा विशेषज्ञों के अनुसार उन सब-वैरिएंट के लक्षण अन्य श्वसन संबंधी वायरस की तरह लगभग सामान्य हैं। केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त निवारक उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा हमने ओडिशा राज्य में रोगसूचक (symptomatic) मामलों की निगरानी बंद नहीं की है।
इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) मामलों के टेस्ट के लिए मौजूदा प्रोटोकॉल केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी राज्यों के लिए मान्य है।
इसके साथ ही महापात्र ने दावा किया कि इसके लिए हमारे पास राज्य में टेस्ट और ट्रीटमेंट के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं हैं। इससे पहले राज्य में आइसोलेशन बेड और फीवर क्लीनिक के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए थे और ये जारी हैं। चूँकि पिकनिक का मौसम चल रहा है, जिन लोगों में फ्लू जैसे लक्षण या बुखार है, उन्हें किसी भी प्रसार को रोकने के लिए सभाओं में भाग लेने से बचना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें अपना परीक्षण करवाना चाहिए।