दत्तात्रेय पांडेय
राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड “एन.एस.आइ.सी.” उद्योग नगर, नैनी प्रयागराज के भव्य परिसर में पीयूष ग्रामोद्योग सेवा समिति द्वारा आयोजित स्वदेशी शिल्प महोत्सव अपने आप में यमुनापार का सबसे बड़ा आयोजन है. यह महोत्सव जिला उद्योग केंद्र प्रयागराज द्वारा अधिसूचित है. महोत्सव के संयोजक दत्तात्रेय पांडेय के अनुसार देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के “वोकल फार लोकल” एवं “आत्मनिर्भर भारत” को मूर्त रूप देते हुए “आजादी के अमृत महोत्सव” के दृष्टिगत रख कर यह भव्य आयोजन किया जा रहा है. इस महोत्सव में जहां ओ.डी.ओ.पी. के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों एवं विभिन्न प्रदेशों के हस्तशिल्पी अपने-अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्री करेंगे वही प्रतिदिन सायंकाल सांस्कृतिक आयोजन के तहत गीत-संगीत-नृत्य के भी कार्यक्रम होंगे.
इस महोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश महामंत्री डॉक्टर कीर्तिका अग्रवाल, डॉ विभा मिश्रा, जिला उद्योग केंद्र प्रयागराज के उपायुक्त लालजीत सिंह, एनएसआइसी के उप महाप्रबंधक एम.ए. नोमान, उप प्रबंधक संजीव कुमार सिंह, सार्वजनिक रामलीला समिति नैनी के मुख्य संरक्षक विनीत पांडेय विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे.
इस अवसर पर एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने दूरदराज से आए हुए सभी हस्तशिल्पयो का स्वागत करते हुए कहा कि आज यह महोत्सव आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता हुआ कदम है, इन्हीं स्वदेशी मेलों में भारत की आत्मा बसती है. उन्होंने आवाहन किया कि हम सबको खादी ग्रामोद्योग और हस्तशिल्पयो से कुछ न कुछ उत्पाद खरीद कर इनका उत्साहवर्धन करना चाहिए.
आभार ज्ञापन एवं अतिथियों का स्वागत पीयूष ग्रामोद्योग सेवा समिति के सचिव दत्तात्रेय पांडेय एवं कोषाध्यक्ष चंद्रभूषण तिवारी ने किया I इस अवसर पर यमुनापार कलाकार संघ के अध्यक्ष प्रियांशु श्रीवास्तव, प्रसिद्ध गायक आशीष शर्मा, हरिमोहन पांडेय, विजय कनौजिया, मनोज त्रिपाठी, सूर्यकांत त्रिपाठी, सचिन द्विवेदी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.
इस अवसर पर सभी नगर वासियों को आमंत्रित करते हुए संयोजक दत्तात्रेय पांडेय ने कहा कि महोत्सव में खादी के वस्त्रों एवं अन्य उत्पादों पर विशेष छूट भी दी जाएगी . भदोही की कालीन, सहारनपुर के फर्नीचर, बनारस एवं बंगाल की साड़ी, आगरा एवं कानपुर के लेदर के सामग्री, चादर, तकिया, लोई, क्राकरी, प्रतापगढ़ के आमला उत्पाद, फिरोजाबाद की चूड़ी सहित तमाम प्रदेशों के उत्कृष्ट उत्पाद इस मेले में मौजूद हैँ . लोगों के खाने-पीने के लिए फूड स्टॉल एवं बच्चों के लिए झूले भी आकर्षण का केंद्र हैँ.