सुनील कुमार की रिपोर्ट
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तरकाशी के विभिन्न इलाकों का दौरा कर यहां की समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया। बाड़ाहाट नगर में पहुंचने पर पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल द्वारा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा व बुके भेंट कर उत्तरकाशी नगर आगमन पर उनका स्वागत किया।
दो दिवसीय भ्रमण पर उत्तरकाशी पहुंचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिले में कोरोना की स्थिति के बारे में विस्तृत में जानकारी ली। भ्रमण में उनके साथ राज्य मंत्री यतिस्वरानंद महाराज व एससी-एसटी आयोग सदस्य स्वराज विद्वान मौजूद रहे। जिला अस्पताल उत्तरकाशी के निरीक्षण के दौरान पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अस्पताल व दूरदराज गांव में रहने वाले लोगों की समस्याओं से अवगत कराया। नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि गंगोत्री विधानसभा के यशस्वी विधायक गोपाल सिंह रावत की अल्प मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं उत्तरकाशी जनपद के भ्रमण कर यहां की समस्याओं का संज्ञान लेना जनहितकारी निर्णय है। कोरोना महामारी के बीच जिला अस्पताल में पीपीई किट पहनकर कोविड 19 से संक्रमितों व्यक्तियों से मुलाकात करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी व मानवता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण को पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल ने महत्वपूर्ण निर्णय बताया।
उत्तरकाशी पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ हुई बैठक में पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल ने नगर की अनेक समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिसमें मुख्य रुप से गंगा स्वच्छता, सिंचित भूमि के लिए पम्पिंग व्यवस्था, कूड़ा सेग्रिगेशन, रिवर फ्रंट पार्कों का निर्माण, गंगोरी वार्ड में रास्तों का निर्माण, लदाडी में रास्तों की मरम्मत व नवनिर्माण, टैक्सी स्टैंड भटवाड़ी का सौंदर्यीकरण, नगर में ई-रिक्शा सेवा का संचालन, ज्ञानशू व जोशियाड़ा में पम्पिंग व्यवस्था, बस अड्डे का निर्माण, आजाद मैदान का सौन्दर्यीकरण, नगर में सुरक्षित स्नानघटों का निर्माण,चौराहों व तिराहों का सौन्दर्यीकरण, सीवर लाइन टेपिंग व्यवस्था जैसी अनेक महत्वपूर्ण समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। साथ ही गंगा स्वच्छता को लेकर काम कर रही इकाई गंगा प्राधिकरण का बंद किया जाना मां गंगा के लिए स्वच्छता के लिहाज से अनुकूलित निर्णय नहीं है। सनातन हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक मां गंगा को माना जाता है। माँ गंगा का मायका उत्तरकाशी जनपद के अंतर्गत ही है किंतु यही से गंगा दूषित होकर गंगासागर की ओर जा रही है। ऐसे में हम कैसे कह सकते हैं कि नमामि गंगे जैसी केंद्र सरकार की बड़ी योजनाएं कारगर साबित होंगी। गंगा व यमुना दो प्रमुख धाम उत्तरकाशी जनपद के अंतर्गत आते हैं। किंतु बदरीनाथ व केदारनाथ जैसे विकसित व अधिक श्रद्धालुओं के आवाजाही से विश्व में अपनी महत्वपूर्ण पहचान बना चुके हैं। किंतु गंगा व यमुना के धाम को सदैव उत्तराखंड की सरकार द्वारा सुविधाओं से वंचित रखा गया है। वही इन दोनों धामों पर सरकार द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लेकर तमाम असुविधाओं को दूर किया जाना नितांत आवश्यक है। तमाम बिंदुओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नगर पालिका अध्यक्ष को आश्वासन देते हुए कहा कि इन समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा।