नई दिल्ली l होली का त्योहार रंगों का त्योहार होता है. देशभर में होली का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. हिंदू धर्म के अनुसार यह पर्व 2 दिन मनाया जाता है. पहले होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन रंग वाली होली खेली जाती है.
हिन्दू पंचांग के अनुसार, होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. होलिका दहन के दिन लकड़ी की पूजा कर उसकी परिक्रमा की जाती है. ज्योतिष के अनुसार होली का दहन के समय कुछ ऐसी चीजें डालने का प्रचलन है जिससे घर के संकट दूर होते हैं और परिवार में खुशियां आती हैं. जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रजत शर्मा से….
ज्योतिषाचार्य पंडित रजत शर्मा कहते हैं कि होली के पावन पर्व पर भगवान विष्णु का ध्यान करने से आपके जीवन के सभी सकंट दूर हो जाते हैं. कहा जाता है कि होली के त्योहार पर भगवान नरसिंह का ध्यान करने से उन्नति के नए मार्ग बनते हैं.
ज्योतिषाचार्य के अनुसार एक मिट्टी का कलश लें. इसमें ग्यारह मिर्च के दाने डाल दें. इस कलश को होली की पावन अग्नि में डालकर हाथ जोड़कर प्रार्थना करें. ऐसा करने से परिवार के सभी संकट दूर होंगे और घर में खुशियां आएंगी.
नकारात्मक शक्तियों का नाश
होलिका दहन के अगले दिन होलिका दहन की भस्म पूरे घर में छिड़क दें और परिवार के सभी सदस्यों के माथे पर भस्म का टीका लगा दें. ऐसा करने से सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश हो जाएगा और आपकी उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे.
दाम्पत्य जीवन में बढ़ेगा प्यार
ज्योतिषाचार्य कहते हैं कि अगर किसी कन्या को विवाह में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है या कोई भी महिला अपने पारिवारिक जीवन में बहुत दुखी है, तो एक चुटकी सिंदूर लेकर होलिका दहन में डाल दें. यह काम बिना किसी को बताए करना है. ऐसा करने से रूके हुए काम बनेंगे और पति-पत्नि के बीच प्यार बढ़ेगा.
महालक्षमी मंत्र का जाप
सिद्धि बुद्धि प्रदे देवी भक्ति मुक्ति प्रदायनी!
मंत्र मुर्ते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते!!
महालक्षमी के इस मंत्र का जाप करते हुए होलिका दहन की पवित्र अग्नि की 7 परिक्रमा करें. ऐसा करने से आपके घर में धन-धान्य में वृद्धि होगी.
धन की कमी होगी दूर
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, छोटी होली की रात को गोबर के उपले लें. इन्हें किसी रस्सी से बांधकर अपने घर के बाहर लटका दें. ऐसा करने से घर के अंदर मौजूद सभी नकारात्मक शक्तियां बाहर निकल जाएंगी और धन-धान्य में वृद्धि होगी.
पौराणिक कथाओं के अनुसार
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप की हत्या करके भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी. तब उनके क्रोध को शांत करने के लिए भक्त प्रह्लाद ने सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित किया था. ऐसा कहा जाता है कि होलिका दहन की रात को अपने घर में सरसों के तेल का जौ मुखी दीपक प्रज्वलित करने से भगवान नरसिंह प्रसन्न होते हैं जिससे उन्नति के नए अवसर प्राप्त होते हैं.