चेन्नई: बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ ही भारतीय टीम का घरेलू सत्र शुरू होने जा रहा है. भारत-बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 19 सितंबर (गुरुवार) से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम (चेपॉक) में खेला जाएगा. वहीं दूसरा टेस्ट मैच 27 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क में होगा. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए पहले ही चेन्नई पहुंच चुकी थी. दूसरी ओर मेहमान टीम बांग्लादेश भी रविवार (15 सितंबर) को चेन्नई पहुंच गई.
भारत के लिए काफी खास है चेपॉक
चेपॉक और टीम इंडिया के बीच का रिश्ता काफी लंबा एवं ऐतिहासिक है. साल 1952 में भारत ने चेन्नई में ही अपनी पहली टेस्ट जीत (बनाम इंग्लैंड) हासिल की थी, जो कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक मील का पत्थर था. इसी मैदान पर भारत ने अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया. 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में करुण नायर की 303* रनों की शानदार पारी की बदौलत भारत ने 759/7 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था.
इससे पहले वीरेंद्र सहवाग ने भी साल 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ इसी मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में अपना बेस्ट स्कोर (319 रन) बनाया. चेपॉक में दर्शकों की क्षमता लगभग 38,000 है. यहां के दर्शकों को बहुत ही जानकार और खेल भावना से ओतप्रोत माना जाता है. जब 1997 में पाकिस्तान के सईद अनवर ने वनडे में 194 रन बनाकर सर्वोच्च स्कोर बनाया था, तो दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाई थीं.
यह मैदान साल 1936 में रणजी ट्रॉफी के उद्घाटन मैच का भी मेजबान था, जब मद्रास ने मैसूर के साथ खेला. साल 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां पर टेस्ट मैच टाई पर छूटा था, जिसमें डीन जोन्स ने 210 रनों की पारी खेली थी. इसी मैदान पर नरेंद्र हिरवानी ने अपने टेस्ट डेब्यू पर 136 रन देकर 16 विकेट लिए थे.
भारत का इस मैदान पर धांसू रिकॉर्ड
चेपॉक में अब तक 34 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं. इस दौरान भारतीय टीम ने 15 मैचों में जीत दर्ज की, जबकि 7 मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा. वहीं 11 मैच ड्रॉ रहे और एक मुकाबला टाई पर छूटा. चेपॉक में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 13 टेस्ट मैच जीते हैं. भारतीय टीम ने यहां अपना आखिरी टेस्ट मैच 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था, जिसमें उसने 317 रनों से शानदार जीत हासिल की थी.
दूसरी तरफ बांग्लादेश की टीम पहली बार इस मैदान पर टेस्ट मैच खेलने जा रही है. वैसे वनडे इंटरनेशनल में बांग्लादेश ने जरूर इस मैदान पर दो मैच खेले हैं, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था. अब, जब भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच के लिए इस मैदान पर उतरने जा रही है, तो सभी की निगाहें रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे धुरंधरों पर रहेगी. इस मैदान पर रिकॉर्ड तो भारत के पक्ष में है ही, साथ ही अनुभव के मामले में भी भारत बांग्लादेश पर भारी है. ऐसे में मेहमान टीम के लिए काफी मुश्किलें रहने वाली हैं.
देखा जाए तो भारत और बांग्लादेश के बीच कुल 8 सीरीज हो चुकी हैं. इन आठों सीरीज में से भारत ने 7 सीरीज जीती हैं. दोनों देशों के बीच एकमात्र सीरीज साल 2015 में ड्रॉ रही थी. भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ कुल 13 टेस्ट मैच खेले गए हैं. इसमें भारत ने कुल 11 मैच जीते हैं और 2 ड्रॉ (2007, 2015 ) रहे. यानी एक बात तो साफ है कि टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश के विरुद्ध भारत का वर्चस्व रहा है.
भारत और बांग्लादेश के बीच आखिरी सीरीज दिसंबर 2022 में हुई थी. जहां कप्तानी केएल राहुल के हाथों में थी. चटगांव और मीरपुर में हुए इन दोनों ही टेस्ट मैचों को भारत ने जीता था. चटगांव टेस्ट को भारत ने 188 तो मीरपुर टेस्ट को 3 विकेट से जीता. यानी भारत और बांग्लादेश के बीच हुई सीरीज की कहानी देखें तो दोनों देशों के बीच 23 साल के दरम्यान 13 टेस्ट खेले गए हैं, इस दौरान भारत से बांग्लादेश कभी भी कोई टेस्ट मैच नहीं जीत पाया है.
भारत- बांग्लादेश के बीच h2h (टेस्ट क्रिकेट)
- कुल मैच 13
- भारत जीता 11
- बांग्लादेश जीता 0
- ड्रॉ 2