नई दिल्ली: टीम इंडिया अगले साल ICC चैम्पियंस ट्रॉफी के मुकाबले खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी..? जय शाह के ICC के चेयरमैन बनने के बाद इस बात पर चर्चा हो रही है कि यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में ही खेला जाएगा. फरवरी-मार्च 2025 में चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान को करनी है.
जह शाह के आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के चैयरमैन बनने के बाद चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाने की चर्चा जोरों पर है. ICC के चेयरमैन के पास वैसे तो कई पावर होती हैं. इनमें से एक है मैच वेन्यू बदलने की ताकत रखना. वैसे तो मैच वेन्यू बदलने का निर्णय आमतौर पर स्थानीय बोर्ड के अधिकार में होता है, लेकिन आईसीसी चेयरमैन की सलाह और अनुमोदन भी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण होता है. किसी असाधारण परिस्थिति जैसे सुरक्षा कारणों, राजनीतिक अस्थिरता या प्राकृतिक आपदा के कारण आईसीसी अध्यक्ष सदस्य बोर्ड के साथ मिलकर मैच वेन्यू को बदलने का निर्णय ले सकते हैं.
यानी जय शाह चाहें तो मैच की वेन्यू बदल सकते हैं. अब इसको इस तरह भी समझ सकते हैं, वर्तमान में जय शाह बीसीसीआई सचिव हैं. लेकिन जब वह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रेसिडेंट पद को BCCI सचिव संग संभाल रहे थे तो उन्होंने यह साफ कर दिया था कि भारतीय टीम किसी कीमत पर पाकिस्तान नहीं जाएगी. बाद में हुआ भी यही, और भारतीय टीम ने एशिया कप 2023 के मैच हाइब्रिड मॉडल के तहत पाकिस्तान में खेले थे.
जैसे ही जय शाह के बारे में ICC चेयरमैन बनने को लेकर घोषणा हुई तो पाकिस्तान के कई क्रिकेटरों के हाल में बयान आए. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने शाह से खेल भावना बरकरार रखने का आग्रह किया है और सुझाव दिया है कि नए आईसीसी चेयरमैन को चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की यात्रा मंजूरी दिलाने में मदद करनी चाहिए.
वहीं पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर राशिद लतीफ का बयान भी आया. लतीफ ने कहा- पीसीबी ने जय शाह की नियुक्ति का विरोध किसी कारण से नहीं किया. मुझे लगता है कि दोनों बोर्ड के बीच सहमति थी. अगर भारत चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान में खेलता है, तो यह जय शाह के प्रयासों और भारत सरकार के समर्थन के कारण होगा.
जय ने बताया क्यों हाइब्रिड मॉडल अपनाया?
एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रेसिडेंट रहे जय शाह ने सितंबर 2023 में बताया था कि पाकिस्तान के साथ एशिया कप 2023 की सह-मेजबानी के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की बजाय श्रीलंका को क्यों तरजीह दी गई. दरअसल, तब उस टूर्नामेंट में कई मैच बारिश के कारण बाधित हुए थे. शाह ने कहा था, ‘सभी पूर्ण सदस्य, मीडिया राइट होल्डर्स और स्टेडियम राइट होल्डर्स शुरू में पूरे टूर्नामेंट को पाकिस्तान में आयोजित करने के लिए हिचकिचा रहे थे, इसकी वजह पाकिस्तान में सिक्योरिटी और इकोनॉमिक क्राइसिस थी.’
ऐसे में इस बात का हवाला अब भी दिया जा सकता है. ऐसे में भारत आईसीसी चैंम्पियंस ट्रॉफी के मैच भी हाइब्रिड मॉडल के आधार पर खेल सकते हैं. क्योंकि जय शाह के ICC में पहुंचने से भारत और मजबूत हो गया है.
BCCI ने पाकिस्तान दौरे के लिए दिया था ये जवाब
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मई 2024 में कहा था कि भारतीय टीम टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान तभी जाएगी जब केंद्र सरकार इसकी अनुमति देगी. शुक्ला ने कहा था, ‘चैम्पियंस ट्रॉफी के मामले में, हम वही करेंगे जो भारत सरकार हमें करने के लिए कहेगी. हम अपनी टीम तभी भेजेंगे जब भारत सरकार अनुमति देगी. इसलिए हम भारत सरकार के फैसले के अनुसार जाएंगे.’
हाइब्रिड मॉडल के तहत खेलेगा भारत?
चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने की संभावना बहुत कम है, क्योंकि भारत सरकार द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है. जो हालिया रिपोर्टें आई हैं उनके अनुसार, हाइब्रिड मॉडल पर विचार किया जा सकता है. भारत एशिया कप की तरह ही अपने मैच यूएई या श्रीलंका में खेल सकता है. इस मामले में आईसीसी का रुख भी महत्वपूर्ण होगा.