नई दिल्ली. टी20 क्रिकेट को बैट्समैन गेम माना जाता है. इस फॉर्मेट में पर बॉलर ‘बैकफुट’ पर नजर आते हैं. लगभग हर मैच में चौकों-छक्कों की झड़ी लगती है और खूब रन बनते हैं. इस फॉर्मेट के क्रिकेट में इन दिनों 200 यहां तक कि 250 से अधिक रन बनना आम बात है. वर्ष 2023 में एशियन गेम्स के नेपाल और मंगोलिया के मैच में तो 300 से अधिक का स्कोर बना था. नेपाली टीम ने तीन विकेट पर 314 रन का स्कोर बनाते हुए इस मैच में 273 रनों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. हो सकता है कि अगले माह 1 जून से टी20 वर्ल्डकप 2024 (ICC T20 World Cup 2024) में भी फैंस को 300+ स्कोर वाले मैच देखने को मिलें.
वैसे बैटरों के इस ‘डॉमिनेशन’ के बीच टी20I में कुछ ऐसे भी मैच हुए हैं जिसमें बॉलर नहीं बल्कि बैटर रनों के लिए संघर्ष करते नजर आए हैं. बैटरों के कमजोर प्रदर्शन और विकेट से बॉलर्स को मिली मदद के कारण ये मैच ‘लोस्कोरिंग’ रहे हैं. इन मैचों में से ज्यादातर विश्व क्रिकेट की नौसिखिया टीमों के हैं. टी20 वर्ल्डकप की बात करें तो अब तक के 8 एडीशन में दो बार कोई टीम 50 से कम के स्कोर पर आउट हो चुकी है. मजे की बात यह है कि दोनों ही बार नीदरलैंड्स की टीम के साथ ऐसा हुआ है और दोनों ही बार श्रीलंका के खिलाफ मैच में उसकी यह हालत हुई हैं.
2014 के टी20 वर्ल्डकप में चिटगांव के मैच में नीदरलैंड की टीम 10.3 ओवर में 39 और 2021 के शारजाह के मैच में 10 ओवर में 44 रनों पर ढेर हुई थी. दोनों ही मैचों को श्रीलंका टीम ने 10 ओवर से पहले ही टारगेट हासिल कर लिया था. इसी क्रम में टी20 वर्ल्डकप में एक मैच ऐसा हुआ था जिसमें एक टीम के 6…जी हां 6 बैटर 0 पर आउट हुए थे. इन बैटरों में टॉप के 4 बैटर शामिल थे. इस मैच में एक समय तीन विकेट गिरने के बाद भी टीम का खाता नहीं खुला था. दक्षिण अफ्रीका में 2007 के पहले टी20 वर्ल्डकप में केन्या और न्यूजीलैंड (Kenya vs New Zealand) के मैच में ऐसा हुआ था.
पहले दो ओवर में ही गिर गए थे केन्या के 4 विकेट
12 सितंबर 2007 को डरबन के इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए दूसरी गेंद से ही केन्या के विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया था. शेन बॉन्ड के पहले ओवर में मॉरिस ओवुमा और तन्मय मिश्रा आउट हो गए थे जबकि मार्क गिलेस्पी की ओर से फेंके गए पारी के दूसरे ओवर में डेविड ओबुया और कप्तान स्टीव टिकोलो. इन चारों बैटरों में से कोई भी खाता नहीं खोल पाया था. आगे के ओवरों में भी विकेट की पतझड़ जारी रही थी और नेहेमिया और आखिरी बैटर पीटर ओनगोंडो भी 0 पर आउट हुए थे.
गिलेस्पी ने लिए थे सर्वाधिक चार विकेट
छह बैटरों के 0 के बीच कोलिंस ओबुया, थॉमस ओबुयो (18-18 रन), जिमी कामाडे (14) और राजेश बुधिया (11) ही दोहरी रनसंख्या तक पहुंच पाए थे. केन्या टीम 16.5 ओवर में 73 रन पर आउट हो गई थी. कीवी टीम की ओर से मार्क गिलेस्पी ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए थे जबकि शेन बॉन्ड, किस मार्टिन व कप्तान डेनियल वेटोरी के खाते में दो-दो विकेट आए थे. जवाब में न्यूजीलैंड ने 74 रन का टारगेट महज 7.4 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया था. लोउ विंसेंट (27)आउट होने वाले इकलौते बैटर रहे थे. ब्रेंडन मैक्कुलम 16 और पीटर फुल्टन 21 रन बनाकर नाबाद रहे. टी20 वर्ल्डकप 2024 में इस बार 20 टीमें हिस्सा ले रही हैं जिसमें 12 आईसीसी की फुल मेंबर टीम हैं और 8 एसोसिएट मेंबर टीम. ऐसे में दिग्गज टीमों और नईनवेली टीमों के मुकाबले में रिकॉर्ड्स की झड़ी लग सकती है.
टी20I की एक पारी में 8 बैटर हो चुके 0 पर आउट
टी20 वर्ल्डकप के केन्या-न्यूजीलैंड मैच की एक पारी में छह बैटर ‘डक’ पर आउट हुए लेकिन एक टी20I मैच में एक पारी में 8 बैटर 0 पर आउट हो चुके हैं. मैच में दोनों पारियों में मिलाकर 9 बैटर 0 पर आउट हुए थे. 2019 के कॉन्टिनेंटल कप के मैच में चेक रिपब्लिक के खिलाफ तुर्की (Czech Republic Vs Turkey) के 8 बैटर ‘शून्य’ पर आउट हुए थे. पहले बैटिंग करते हुए चेक रिपब्लिक टीम ने सुदेश विक्रमसेकरा के शतक और सुमित पोखरियाल के 79 रनों की मदद से 20 ओवर में 4 विकेट पर 278 रन बनाए थे. टीम के बैटर शॉन डॉल्टन 0 पर भी आउट हुए थे.