नई दिल्ली: सावन महीने में सच्चे मन से की गई भगवान शिव की पूजा-आराधना कभी व्यर्थ नहीं जाती है. बल्कि यह दुख से निजात दिलाती है और अपार सुख-समृद्धि देती है. भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से वे सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. 29 जुलाई को सावन महीने का दूसरा सोमवार है. सावन सोमवार के व्रत बेहद महत्वपूर्ण माने गए हैं. सावन सोमवार के दिन शिव-पार्वती जी की पूजा करना, रुद्राभिषेक करना बहुत लाभ देता है.
सावन के दूसरे सोमवार पर शुभ योग
सावन के दूसरे सोमवार पर कई शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन गण्ड योग और वृद्धि योग बन रहा है. साथ ही सावन के दूसरे सोमवार पर भरणी, कृतिका नक्षत्र का शुभ संयोग भी बन रहा है.
सावन सोमवार पूजा मुहूर्त
सावन के दूसरे सोमवार के दिन पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 4:15 से 4:59 मिनट तक रहेगा. वहीं, शिव पूजा के लिए अभिजीत मुहूर्त की शुरुआत दोपहर 12:00 बजे से होगी, जो कि 12:55 तक रहेगा. अमृत काल का समय सुबह 6:17 से सुबह 7:50 तक है. ऐसे जातक जो कालसर्प दोष से परेशान हैं वे सावन सोमवार पर राहुकाल में महादेव पूजा करें. ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. सावन के दूसरे सोमवार पर राहुकाल का समय सुबह 07.23 से 09.04 तक रहेगा.
रुद्राभिषेक के लिए सर्वोत्तम समय
सावन का महीना रुद्राभिषेक करने का बड़ा महत्व है. वैसे तो सावन महीने का हर दिन रुद्राभिषेक करने के लिए शुभ होता है लेकिन सावन सोमवार, सावन शिवरात्रि, सावन के प्रदोष व्रत के दिन रुद्राभिषेक करने का बड़ा महत्व है. लेकिन रुद्राभिषेक के लिए शिव वास देखा जाता है. सावन के दूसरे सोमवार पर सुबह से लेकर शाम 05.55 तक शिव वास रहेगा. ऐसे में यह समय रुद्राभिषेक के लिए सर्वोत्तम है.