अक्सर देखा जाता है कि जब कोई जांच एजेंसी कहीं पर भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कार्रवाई करती हैं तो इसके दूसरी तरफ बदमाश फेक एजेंसी बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दे देते हैं. एक बार फिर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है. पूरी घटना राजस्थान के जयपुर की है. राजस्थान में इन दिनों एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरो राज्य में भष्ट्राचार और इससे जुड़े लोगों पर लगाम कसने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही हैं. एसीबी की कार्रवाई से लोगों में डर बना हुआ है. इसी बात का फायदा उठाकर शुक्रवार को जयपुर के जवाहर नगर में फेक एसीबी की टीम ने असली एसीबी के नाम पर एक कारोबारी के घर से 23 लाख रुपये लूट लिए.
राजस्थान हो या फिर देश का कोई और राज्य जब भी एसीबी (ACB), एनसीबी (NCB) या फिर सीबीआई (CBI) छापेमारी की कार्रवाई करती है तो यह कई दिनों तक चलती है. लोगों में इन जांच एजेंसियों को लेकर एक भय भी बना रहता है. इसी मौके पर कई बार बदमाश फेक जांच एजेंसी बनाकर कारोबारियों को लूट लेते हैं. बताया जा रहा है कि जयपुर में जो लोग असली एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम बनकर गए थे उन्होंने घर से 22 लाख 98 हजार रुपये लिए और वहां से फरार हो गए.
नकली कागजों पर करवाए साइन
जानकारी के अनुसार कारोबारी के घर में तीन लोग एसीबी के अधिकारी बनकर पहुंचे. उस समय घर पर कारोबारी का बेटा मौजूदा था. उन्होंने उसे अपना कार्ड दिखाया और घर की तलाशी लेनी शुरू कर दी. इसके बाद तीनों ने उससे घर की अलमारी खुलवाई. अलमारी में 23 लाख रुपये रखे हुए थे. बदमाशों ने बेटे से पूछा कि इतना पैसा कहां से आया तो वह कुछ नहीं बताया पाया. उन्होंने वो पैसे अपने पास रख लिए. इसके बाद कारोबारी के बेटे ने पापा को फोन लगाया तो फेक एसीबी ने उसका फोन छिना लिया और कहा कि यहां से फोन करना मना है जो बात करना है ऑफिस आकर करना.
किसी को इस बात का पता न चले कि वह असली नहीं फेक एसीबी अधिकारी है इसके लिए उन तीनों ने काफी देर तक घर की तलाशी ली और पूछताछ करते रहे. इसके बाद उन लोगों ने जमा किए गए सामान के नकली कागज बनाए और उस पर कारोबारी के बेटे विदित के साइन भी ले लिए. उन्होंने करीब आधे घंटे तक का समय घर में बिताया और फिर वहां से गायब हो गए.
जांच में जुटी पुलिस
बताया जा रहा है कि फाइनेंस कंपनी के कारोबारी का नाम दीपक शर्मा है और वह घर खरीदने के लिए पैसे इकट्ठे कर रहा था. इस पूरी घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी वह मौके वारदात पर पहुंचे और जांच की. बदमाशों की पहचान के लिए अब पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद ले रही है. तीनों बदमाश बाइक में सवार होकर आए थे और घऱ में घुसने के बाद ही हेलमेट उतारा था.