तरुण राठी
नई दिल्ली। सात चरणों में 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू होती है। भारतीय जनता पार्टी ने 402 उम्मीदवारों की विभिन्न सूची जारी किया है। इसी के साथ चुनाव की सरगरमी तेज हो गई। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से राजनीति बदलने का दावा करने वाले नेता प्रवर्तन निदेशालय के गिरफ्त में हैं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। पता नहीं शराब नीति की आड़ में उगाही करने वाले नेता की कैद से सरकार चलाने की कोशिश कैसे कारगार होगी। अधिकांश जनता इस आम चुनाव को अमृत काल में राम राज व विकसित भारत का लक्ष्य साधने के अवसर के रुप में देखती है।
यह चुनाव भारतीय लोकतंत्र के परिपक्व होने का भी कारक साबित होगा। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी राम राज और विकसित भारत का लक्ष्य साधने में लगे हैं। अयोध्या न केवल युद्ध और द्वेष से परे की अवस्था को अभिव्यक्त करता, बल्कि वादा निभाने की भाजपाई नीति का भी प्रतीक साबित हुआ है। लाल किला की प्राचीर से उन्होंने अमृत महोत्सव पर ही पंच प्रण का आह्वान किया था। इसमें पहला प्रण आजादी के सौ साल होने तक भारत को विकसित देशों की सूची में शामिल करना है। सरकार तभी से इसे साकार करने में लगी है। इसकी परिधि में चार वर्ग के लोगों में गरीब व युवा वर्ग के साथ महिलाएं और किसान शामिल हैं। 15 नवंबर से 26 जनवरी तक सभी क्षेत्रों में पहुंचने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाला गया था। इन चारों वर्ग से मिली प्रतिक्रिया इस चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन की जीत सुनिश्चित करती है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने अंतरिम बजट में विकसित भारत के लिए प्रविधान कर उल्लेखनीय काम किया है। लखपति दीदी से आशय एक लाख से अधिक की वार्षिक आय वाली महिला से है। इस योजना का लक्ष्य दो करोड़ से बढ़ा कर तीन करोड़ करने का निर्णय सराहनीय है। आज दस करोड़ महिलाओं के साथ अस्सी लाख स्वयं सहायता समूह गावों के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए आयुष्मान भारत कवर का विस्तार किया है। ग्रामीण आवास योजना के तहत 2 करोड़ अतिरिक्त घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। 43 करोड़ मुद्रा योजना ऋण के लिए 22.5 लाख करोड़ रुपए का प्रविधान है। युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपए के कॉर्पस फंड से अब लंबी अवधि का ऋण सहज उपलब्ध हो सकता है। किसान सम्मान निधि की व्यवस्था करने वाली सरकार श्रीअन्न को बढ़ावा देने से लेकर नैनो खाद तक की व्यवस्था करती है। अंतरिम बजट में कृषि क्षेत्र हेतु 1.27 लाख करोड़ रुपए आवंटित किया गया है। इसके साथ ही 20 लाख किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 20 लाख करोड़ रुपए के ऋण का लक्ष्य रखा गया है।
पंच प्रण के अन्य चार प्रण भी राम राज और विकसित भारत का लक्ष्य साधने में सहयोगी होते हैं। गुलामी की मानसिकता दूर करने का दूसरा संकल्प है। तीसरा प्रण अपने विरासत पर गर्व करने का पाठ सिखाती है। चौथे में देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने का प्रयास निहित है। अधिकारों की बात करने वाले नागरिकों को अंतिम संकल्प कर्तव्यों की याद दिलाती। देश की प्रगति को दिशा देने वाले संकल्प की सिद्धि से अमृत काल की पहचान साबित होगी। सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी घटक इन सूत्रों को साधने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विपक्षी दलों से निराश तमाम होनहार नेता इस वजह से भाजपा और सहयोगी दलों की ओर रुख कर रहे हैं।
आज चुनावी वैतरणी पार करने के लिए भाजपा के नेतृत्व में राजग व कांग्रेस के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन में होड़ लगी है। उदारता का प्रतीक रहे पूर्व प्रधान मंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव और एम.एस. स्वामीनाथन जैसे महान कृषि वैज्ञानिक को भारत रत्न से सम्मानित करने की वजह से दक्षिण में जनाधार का विस्तार होता है। कर्पूरी ठाकुर, चौधरी चरण सिंह और लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं को भी सम्मानित किया गया है। इन पंच रत्नों के सम्मान का व्यापक असर पड़ेगा। बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय लोक दल के नेता चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी आज राजग में हैं।
विकसित भारत का यह सपना देश का सामूहिक संकल्प है। साथ ही विश्वगुरु और आत्मनिर्भरता का सूत्र साधने का प्रयास भी। चुनाव का यह पर्व स्वराज सिद्धि की साधना साबित होती है। यह विज्ञान और अनुसंधान का जयकारा कर तकनीकी की मदद से आकाश व पाताल पर नियंत्रण साधने की बात करती। वहीं दूसरी ओर प्रकृति के साथ सामंजस्य के साथ जीने की कला सिखाने वाली देशी संस्कृतियों का गौरव गाण भी करती है। भारत की विविधता को ताकत के तौर पर चिन्हित कर प्रधान मंत्री मोदी देश भर से सीधा संवाद कर रहे हैं। विकसित भारत और राम राज का संकल्प सतत विकास का कठिन लक्ष्य साधने में सहयोगी होगा। मतदान करते हुए नागरिकों को इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।
लेखक उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष हैं।