देहरादून l सरकारी नौकरी के लिए लाखों युवा सालों-साल तैयारी करते हैं। विभागों में गिनती के पद खाली होते हैं, लेकिन दावेदारों की संख्या सैकड़ों में नहीं हजारों में होती है। टफ कंपटीशन के दौरान सिर्फ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थी ही चुने जाते हैं, लेकिन अपने प्रदेश में इन चुने गए अभ्यर्थियों के साथ नौकरी के नाम पर कैसा मजाक हो रहा है, इसकी एक बानगी यूजेवीएनएल में देखिए।
चार साल पहले यहां सहायक भंडारपाल के 11 पदों के लिए भर्ती हुई थी। हजारों युवाओं ने भर्ती परीक्षा में हिस्सा लिया। परीक्षा के बाद युवाओं का चुनाव भी हो गया, लेकिन 4 साल से चल रही यह भर्ती कागजों से आगे नहीं बढ़ पाई। आज भी चुने हुए युवा सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। चलिए पूरा मामला बताते हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) ने तीन जनवरी 2017 को समूह-ग के 221 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की थी। इनमें यूजेवीएनएल के सहायक भंडारपाल के 11 पद भी शामिल थे। आयोग ने इसी साल 19 मई, 09 जून, 16 जून और 28 जून को परीक्षा कराई थी। यूजेवीएनएल के उम्मीदवारों के लिए परीक्षा 28 जून को हुई थी।
छह सितंबर 2019 को इसका रिजल्ट जारी हुआ। इसके बाद 23, 24 और 25 सितंबर 2019 को चुने गए उम्मीदवारों को प्रमाण पत्रों के वेरिफिकेशन लिए बुलाया गया। इसके बाद जल विद्युत निगम ने 18 मार्च को उम्मीदवारों को प्रमाण पत्रों के वेरिफिकेशन के लिए बुलाया, लेकिन 17 मार्च 2020 को वेरिफिकेशन को रद्द कर दिया गया। तब से लेकर आज तक यूजेवीएनएल भर्ती को लेकर कोई जवाब नहीं दे रहा। चुने हुए अभ्यर्थी परेशान हैं।
इनमें से कुछ ने जब निगम से संपर्क किया तो बताया गया कि अभी ऐसे कोई पद खाली ही नहीं हैं। वहीं निगम के एमडी कह रहे हैं कि हमने बेहद जरूरी पदों के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में अधियाचन भेजा था। आयोग ने अपनी चयन प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन शासन स्तर से स्वीकृति नहीं मिल पाई है। जिस वजह से भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। हमने शासन को रिमाइंडर भेजा हुआ है। वहां से जैसे निर्देश मिलेंगे, उसी के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।