अलीगढ़ l उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में थाना अतरौली क्षेत्र के तीन गांव के लोग दहशत में जीने के लिए मजबूर हैं. गांव वालों के डर की वजह कोई भूत-प्रेत या जंगली जानवर नहीं बल्कि गांव की ही एक महिला है. जिसने लोगों की रातों की नींद उड़ा रखी है. बताया जा रहा है कि यह महिला आसपास के लगभग तीन से चार गांव के पुरुषों को झूठे मुकदमे दर्ज कराकर जेल पहुंचा चुकी है.
थाना अतरौली क्षेत्र के गांव काशी महापुर, खुशीपुरा अन्य गांव के लोग अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे और उन्होंने गांव की इस शातिर महिला के झूठ की कहानी अलीगढ़ एसएसपी के सामने रखी और कहा कि पिछले कई सालों से एक महिला लगातार गांव के युवाओं को झूठे मुकदमों में फंसा रही है. इस काम में स्थानीय पुलिस भी इस शातिर महिला का साथ दे रही है. जब गांव के लोग इस महिला को कुछ समझाने ने कोशिश करते हैं तो वो बदले में मोटी रकम मांगती है.
ग्रामीणों ने एसपी को बताया कि इस महिला ने कुछ दिनों पहले जहर खाकर गांव के लोगों को फंसाया था. इस मुकदमे में चार लोगों के नाम हैं, उसमें एक महिला अपने डेढ़ साल के बच्चे साथ अब तक जेल में बंद है.
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी महिला पिछले कई दिनों से आसपास के गांव के युवकों को बलात्कार छेड़छाड़ के झूठे मुकदमों में फंसा रही है. फिर मुकदमा वापस लेने पर उसने मोटी रकम मांगती है. स्थानीय पुलिस की मदद से अब तक कई लोगों को यह शातिर महिला जेल भेज चुकी है. गांव वालों ने एसपी को लिखित में शिकायत दर्ज कराई है.
बताया जा रहा है कि महिला के द्वारा 15 जनवरी को एक मुकदमा 21/2021 धारा 324 अतरौली कोतवाली में दर्ज कराया गया था. इस मुकदमे में बाद में 366, 342, 328, 506 के तहत और धाराओं की बढ़ोतरी करते हुए. नेहनी उर्फ निशा और उसकी सास कान्ति को जेल भेज दिया था. मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला पीड़ित परिवार से 2 लाख रुपये मांगे थे.
इस मामले पर डीएसपी सुदेश गुप्ता ने बताया कि एक युवती की मां की तरफ से अतरौली थाने में शिकायत दी गई थी कि उसकी लड़की को घर से उठाकर एक स्कूल में ले जाकर जबरन शराब पिलाई गई और उसके कपड़े फाड़ दिए गए. इस पर मामला दर्ज कर लिया गया है. वहीं महिला के खिलाफ जो गांव के लोगों को जबरन फंसाने के आरोप लगे हैं उन सभी आरोपों की जांच भी की जाएगी.