देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के अवसर पर रेसकोर्स, देहरादून स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेक कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर राज्यपाल ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि उनकी शिक्षाओं में निहित ‘इक ओंकार सत नाम’ का मूल मंत्र एक गहन प्रेरणा स्रोत है।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं-करुणा, न्याय और समानता का संदेश देती हैं और समस्त मानवता का मार्गदर्शन करती हैं। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं आज भी हमें समाज में समरसता और एकता बनाए रखने का मार्ग दिखाती हैं। उनके आदर्शों पर चलने से हमें जीवन के मूल तत्वों को समझने और आत्मिक शांति प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
आज गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के अवसर पर देहरादून स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेक कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं में निहित ‘इक ओंकार सत नाम’ का मूल मंत्र सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी शिक्षाएं करुणा,… pic.twitter.com/szQECXHm5G— LT GEN GURMIT SINGH, PVSM, UYSM, AVSM, VSM (Retd) (@LtGenGurmit) November 15, 2024
उन्होंने गुरु नानक देव जी के व्यक्तित्व की चार विशेषताओं-साधारणता, करुणा, मासूमियत और नम्रता को जीवन में अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि उनके संदेश ‘सब कुछ तेरा’ और ‘एकम’ आज भी पूरे संसार के लिए प्रासंगिक हैं। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर भी उपस्थित रहीं।