नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सीहोर से दहेज का हैरान करने वाले मामला सामने आया है. यहां बारात लेकर पहुंचे दूल्हे ने द्वारचार रस्म के समय ही 5 लाख रुपये और कार की मांग कर दी. दूल्हे ने बिना पैसे और कार लिए शादी के लिए मना कर दिया.इसके बाद दुल्हन के पिता ने दूल्हे ने शादी के लिए कई बार मिन्नतें लेकिन वह नहीं माना. वहीं दुल्हन ने भी शादी के लिए इनकार कर दिया और वह अपने परिवार के साथ थाने पहुंच गई, जहां उसने दूल्हे के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है. फिलहास दूल्हा फरार है.
सीहोर में अजब सिंह सूर्यवंशी नाम के एक शख्स ने अपनी बेटी प्रिया की शादी के लिए कई तैयारियां कीं. अजब सिंह सूर्यवंशी गरीब परिवार के रहने वाले हैं. यहां तक कि इन्होंने दूल्हे को शादी में देने के लिए बाइक भी खरीदी. खबरों के मुताबिक, दुल्हन के पिता के पास बाइक के लिए पैसे नहीं थे लेकिन फिर भी उन्होंने बाइक शोरूम में 20 हजार कैश जमा करके बाकी बचे हुए 70 हजार रुपये बाद में देने का वादा किया था.
द्वारचार के समय भड़का दूल्हा
23 अप्रैल यानि मंगलवार को विदिशा के मनोराचक गांव से उनकी बेटी की बारात सीहोर के वंशकार मोहल्ले में आई थी. यहां बारात आने पर द्वारचार के समय दूल्हे को दुल्हन पक्ष की और से 21 हजार रुपये दिए गए तो यह देख दूल्हा भड़क गया. इस दौरान दूल्हे ने द्वारचार रस्म के दौरान 5 लाख रुपये और कार देने की बात कह डाली. इस बात को सुन वहां मौजूद दुल्हन पक्ष के लोग हक्के-बक्के रह गए .
दुल्हन ने कराई शिकायत दर्ज
दूल्हा अपनी मांग पर अड़ गया और शादी न करने की धमकी भी दी. यह सुन दुल्हन पक्ष वालों ने दूल्हे से काफी मिन्नतें की लेकिन वह नहीं माना. यहां तक कि दुल्हन के पिता ने दूल्हे को मनाने की तमाम कोशिश की लेकिन वह अपनी मांग पर अड़ा रहा.यह बात जब दूल्हन को पता लगी तो प्रिया शादी वाले घर से बाहर आ गई और उसने शादी से इनकार कर दिया. इस बीच वहां विवाद शुरू हो गया और दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई. इस दौरान 3 तीन लोगों को चोटें भी आईं, जिसके बाद रात करीब 12 बजे प्रिया अपने परिवार वालों के साथ कोतवाली पहुंच गई, जहां उसने दूल्हे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी. जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और दूल्हे के पिता तखत सिंह, भाई निलेश और मामा को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूल्हा फिलहाल फरार है. प्रिया ने इस दौरान कहा कि ‘मेरा यही कहना है कि मेरे पिता ने जो कुछ भी खर्च किया था, उसकी भरपाई दूल्हा-पक्ष से कराई जाए’.