उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा में ऑल वेदर परियोजना के तहत निर्माणाधीन टनल में यदि ह्यूम पाइप लगे होते तो टनल में इस तरह मजदूर नहीं फंसते। स्थानीय लोगों का कहना है कि ह्यूम पाइप की मदद से टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा सकता था।
अब टनल से मजदूरों को निकालने के लिए भी ह्यूम पाइप का इंतजाम किया जा रहा है। ह्यूम पाइप की कमी की बात आने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को तत्काल देहरादून, हरिद्वार से ह्यूम पाइप मंगाने के निर्देश दिए हैं। परियोजना के एक अधिकारी के अनुसार निर्माणाधीन टनल के नीचे से सुरक्षा की दृष्टि से ह्यूम पाइप लगाए जाते हैं। यदि सुरंग में ऊपर से मलबा गिरे और टनल बंद हो जाए तो अंदर फंसे लोगों को ह्यूम पाइप के माध्यम से आसानी से बाहर निकाल लिया जाता है।
इसके बाद बंद टनल को खोलने की कार्यवाही की जाती है। लेकिन यहां पहले कंपनी द्वारा उक्त स्थान पर ह्यूम पाइप लगाए गए थे। लेकिन 15-20 दिन पहले ही ह्यूम पाइप हटा दिए गए थे।
जिसका खामियाजा आज यहां जिंदगी की जंग लड़ रहे टनल के अंदर फंसे मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी अनिल नौटियाल ने बताया है जिस स्थान पर सुरंग बंद हुई है वहां पर पहले भी मलबा आया था। जिसके बाद यहां पर सपोर्ट दिया गया। इसके साथ ही मजदूरों के आने के लिए ह्यूएम पाइप लगाए गए थे।
लेकिन पिछले कुछ दिन पहले वह हटा दिए गए। जिससे आज मजदूरों को निकालने में परेशानी हो रही है। नौटियाल ने कहा की यदि टनल में ह्यूम पाइप होते तो मलबा गिरने के साथ ही मजदूर ह्यूम पाइप के रास्ते बाहर निकल जाते।