नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के जनपद बुलन्दशहर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जिला पशु चिकित्सालय में तैनात डिप्टी वेटरनरी अफसर का डिजिटल रूप से रिश्वतखोरी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद चीफ वेटरनरी ऑफिसर ने आरोपी डिप्टी वेटरनरी ऑफिसर को सदर पशु चिकित्सालय से हटाकर, जिला मुख्यालय अटैच कर दिया है. वहीं रिश्वतखोरी की इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद सरकारी मशीनरी में हड़कंप मच गया है.
डिप्टी चीफ वेटरनरी ऑफिसर (DCVO) डॉक्टर सुमेश गुप्ता जिला पशु चिकित्सालय सदर में बतौर प्रभारी तैनात हैं. DCVO का एक वीडियो वायरल जमकर हो रहा है, जिसमें पशु चिकित्सक पशु की जांच कराने आये एक किसान से अवैध रूप से 150 रुपये की वसूली करता नजर आ रहा है. रिश्वत की रकम को पूरा करने के लिए वेटरनरी डॉक्टर किसान को पे-फोन नंबर भी देता है और 50 रुपये फौरन ट्रांसफर करने की बात कहता दिख रहा है. वायरल वीडियो 24 जून का बताया जा रहा है.
वीडियो रिश्वत देने वाले शख्स ने खुद बनाया और वायरल किया है. जैसे ही वीडियो वायरल होता है, पशु चिकित्सा विभाग के अफसर हरकत में आते हैं. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनिल शर्मा ने आरोपी डिप्टी चीफ वेटरनरी अफसर सुमेश गुप्ता को अस्पताल से हटाकर जिला मुख्यालय अटैच कर दिया है.
अफसर की सुनिए
चीफ वेटरनरी अफसर डॉक्टर अनिल शर्मा ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर दोषी मानते हुए DCVO को पशु चिकित्सालय से हटाकर जिला मुख्यालय में अटैच कर दिया है. इस प्रकरण में एक विस्तृत जांच कराई जा रही है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.