गोवा पुलिस ने कथित तौर पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच देने के आरोप में पादरी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया। आरोप है कि पादरी और उसकी पत्नी लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के बदले पैसों का प्रलोभन देते थे साथ ही उन्हें ये भी कहते थे कि अगर वो ईशू की शरण में गए तो उनके सारे कष्ट खत्म हो जाएंगे। पुलिस को लंबे समय से पादरी और उसकी पत्नी पर धर्मांतरण को लेकर कई शिकायत मिल रही थी। पादरी और उसकी पत्नी को कोर्ट से जमानत मिल गई लेकिन पुलिस ने धर्मांतरण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जगहों को सील कर दिया है। इस मामले को लेकर गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रमोद सावंत ने इस मामले को लेकर कहा कि उनके खिलाफ धर्मांतरण की कई शिकायतों के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जमानत मिल गई थी लेकिन उनके घर और इन गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाली जगहों को सील कर दिया गया है। हम ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गोवा पुलिस के अनुसार, पादरी डोमिनिक डिसूजा और उनकी पत्नी जोन लोगों को पैसों के अलावा ये भी लालच देते थे कि अगर वो ईसाई धर्म अपनाते हैं तो उनकी पुरानी से पुरानी बीमारी ठीक हो जाएगी। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक राजधानी से लगभग 20 किमी दूर उत्तरी गोवा के सालिगाओ गांव से पादरी और उसकी पत्नी धर्म परिवर्तन का रैकेट चला रहे थे। दोनों पर धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। पादरी पर जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों में शामिल होने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।