नई दिल्ली l अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आए दिन विवादों में बनी रहती है. हालिया विवाद एक क्लास में पढ़ाए जाने वाले टॉपिक से जुड़ा हुआ है. दरअसल AMU के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने यौन अपराध से जुड़ी एक क्लास में हिंदू देवी-देवताओं का जिक्र किया. इस क्लास के दौरान उनके द्वारा इस्तेमाल की गई PPT की एक फोटो काफी वायरल हो गई और फिर इस मुद्दे ने विवाद पकड़ लिया.
प्रोफेसर के खिलाफ लिया गया एक्शन
अब इस मामले में AMU प्रशासन ने एक्शन लेते हुए प्रोफेसर जितेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही इस मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय समिति भी गठित की गई है. हालांकि विवाद बढ़ता देख प्रोफेसर ने लिखित में माफी मांगी थी. लेकिन उसकी ये माफी किसी काम नहीं आई.
दरअसल यह मामला अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग का है. विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार 5 अप्रैल की रात 8 बजे सेक्सुअल ऑफेंस विषय पर लेक्चर दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने रेप के पौराणिक संदर्भों पर एक स्लाइड शो पेश किया. इसमें उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी की. अपने लेक्चर के दौरान उन्होंने भगवान ब्रह्मा के अपनी पुत्री के साथ संबंधों की बात कही और इसपर वे PPT भी तैयार करके लाए थे.
क्लास में हुआ हंगामा
इसके अलावा उन्होंने इंद्र देव और भगवान विष्णु के चरित्र पर भी सवाल उठाए. भगवान इंद्र के ऋषि गौतम को धोखा देने और उनकी पत्नी से संबंध बनाने, तुलसी विवाह आदि का जिक्र किया. उन्होंने राजा जलंधर की पत्नी से भगवान विष्णु के संबंधों को जोड़ा. इन संदर्भों को उन्होंने रेप से जोड़कर पेश किया तो छात्रों ने उसी दौरान हंगामा शुरू कर दिया.
प्रशासन ने कही ये बात
AMU के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बुधवार को बताया कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर जितेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने पिछले दिनों क्लास में अपने एक लेक्चर के दौरान भारतीय पौराणिक कथाओं में बलात्कार से संबंधित संदर्भों के बारे में कुछ विशिष्ट टिप्पणियां की थी जिससे हिंदू विद्यार्थियों की धार्मिक भावनाएं कथित रूप से आहत हुई थी.
यूनिवर्सिटी का गरमाया है माहौल
प्रोफेसर की हिंदू देवी-देवताओं पर की गई टिप्पणी को लेकर बुधवार को माहौल गर्म रहा. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने साफ किया कि डॉ. जितेंद्र कुमार ने छात्रों, कर्मचारियों और आम लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है. इस पर कार्रवाई की जा रही है. इससे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में भी हिंदू देवी-देवताओं की छवि के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा था. वहां, भगवान राम की पेंटिंग के ऊपर प्रोफेसर ने अपनी और माता सीता की पेटिंग पर अपनी पत्नी की तस्वीर लगाकर एक्जीबिशन में लगा दिया था. इस पर काफी हंगामा मचा था.
आए दिन विवादों में फंसता है AMU!
गौरतलब है कि AMU आए दिन विवादों में रहती है. कभी वहां जिन्ना की फोटो को लेकर विवाद होता है तो कभी हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर बहस छिड़ जाती है. वहां से कैंटीन विवाद की भी कई खबरें आईं हैं. साल 2018 में इस मुद्दे पर काफी माहौल गर्म हुआ था कि AMU की कैंटीन में चिकन तलकर उसी तेल में पूड़ियां तल दी गईं. इस यूनिवर्सिटी और विवादों का काफी पुराना नाता है. CAA-NRC के वक्त में AMU में खूब आंदोलन हुए. इसके अलावा AMU में पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आने का भी खूब विरोध किया गया था.