चेन्नई l तमिलनाडु के मदुरै के एक व्यक्ति की कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के संक्रमण के कारण मौत हो गई। प्रदेश में डेल्टा स्वरूप के संक्रमण के कारण मौत का यह पहला मामला है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। तमिलनाडु के चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री एम सुब्रमण्यन ने कहा कि ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के 3 नए मामले सामने आये जिनमें से 2 संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। डेल्टा प्लस स्वरूप से जो लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें चेन्नई के 32 साल की एक नर्स और कांचीपुरम जिले का एक व्यक्ति शामिल है।
एम. सुब्रमण्यन ने कहा, ‘मदुरै के मरीज की मौत के बाद उसके नमूने एकत्रित किए गए थे जिसकी जांच में ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के संक्रमण की पुष्टि हुई थी।’ हालांकि मरीज के संपर्क में आए लोगों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार को ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट के सबसे ज्यादा 20 मामले महाराष्ट्र से हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 9 लोगों में इस वेरिएंट से संक्रमण की पुष्टि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रमुख टेद्रोस अदहानम गेब्रेयेसस ने आगाह किया कि कम से कम 85 देशों में पाया गया कोविड-19 का डेल्टा स्वरूप अभी तक सामने आए सभी स्वरूपों में ‘सबसे अधिक संक्रामक’ है और यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है।
‘विश्व भर में डेल्टा स्वरूप को लेकर काफी चिंता है’
WHO महानिदेशक ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं जानता हूं कि अभी विश्व भर में डेल्टा स्वरूप को लेकर काफी चिंता है और WHO भी इसे लेकर चिंतित है।’ कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप सबसे पहले भारत में पाया गया। उन्होंने जिनेवा में कहा, ‘अभी तक जितने भी स्वरूप पता चले हैं उनमें डेल्टा सबसे अधिक संक्रामक है और कम से कम 85 देशों में इसकी पहचान की गई है तथा यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है जिन्होंने टीके नहीं लगवाए हैं।’ उन्होंने कुछ देशों में जन स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों में ढील दिए जाने पर चिंता जताते हुए कहा, ‘हमें दुनियाभर में संक्रमण बढ़ते हुए दिखना शुरू हो गया है।’
खबर इनपुट एजेंसी से