उत्तर प्रदेश के हरदोई से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां दिल्ली की रहने वाली एक किशोरी को बंधक बनाकर जबरन वेश्यावृत्ति कराई जा रही थी. इस घटना का वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और छापा मारा लड़की को बरामद कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया.
बताया जा रहा है कि तीन साल पहले भाई के साथ घर लौट रही थी. रास्ते में उसकी बस छूट गई, घर पहुंचने के लिए वो इधर-उधर भटकती रही इस दौरान उसे एक अंजान दंपति मिला. जिन्होंने उसे अपनी बातों में उलझाया और उसे एक लाख रुपये में किसी को बेच दिया. फिर उससे वेश्यावृत्ति कराई जाने लगी.
किशोरी को बंधक बनाकर वेश्यावृत्ति कराने के वीडियो सोशल मीडिया पर पुलिस को मिले थे. जिसके बाद सीओ शिल्पा कुमारी के नेतृत्व में अतरौली पुलिस ने नटपुरवा गांव में छापा मारा और लड़की को बरामद किया. लड़की ने पुलिस को बताया कि वो अपने माता-पिता और अपने भाई के साथ दादी से मिलने गई थी. माता-पिता वहां रुक गए और वो भाई के साथ वापस दिल्ली आ रही थी तभी रास्ते में एक ढाबे पर उसकी बस छूट गई और दूसरी बस में उसे अमिता अरुण के अलावा सजनी और विकास मिले उन्होंने ने उसे घर छोड़ने की बात कही और उसे नटपुरवा ले गए. जहां उसे एक लाख रुपये में उसका सौदा कर बेच दिया.
सीओ शिल्पा कुमारी ने अतरौली प्रभारी निरीक्षक दीपक शुक्ला के साथ गांव में छापा मारा. पीड़िता ने जितेंद्र के द्वारा बंधक बनाकर वेश्यावृत्ति कराने की बात कही. उसने बताया मेरी तरह कई लड़कियों से वेश्यावृत्ति कराई जा रही है. उर्मिला, जितेंद्र (पति-पत्नी) के अलावा तारा और शिवपाल उर्फ लोहा सिंह (पति-पत्नी) ने अपना मकान वा मुर्गा फार्म बनवाया है. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जितेंद्र, सीतेश, मुन्ना, सोमिल, सजनी, पूनम, उर्मिला, अमिता वा तारा की तलाश शुरू की तो मुखबिर की सूचना पर लोहा सिंह की दुकान पर बैठे जितेंद्र, उर्मिला, तारा, शिवपाल उर्फ लोहा सिंह के अलावा सजनी और विकास को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म, अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम सहित आधा दर्जन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस मामले को लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है और आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन लोगों ने ऐसी कितनी लड़कियों को अपने जाल में फंसाया गया है.