नई दिल्ली: चीन की रहस्यमयी बीमारी को लेकर दुनिया एक बार फिर डरी हुई है. लोग से कोरोना वायरस से ही जोड़कर देखकर रही है. चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में कोविड-19 फैला था. अब दुनिया को यह डर सता रहा है कि कहीं फिर दुनिया में एक नई बीमारी न फैल जाए. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि यह बीमारी भी चीन का कोई प्रयोग है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन से रहस्यमयी निमोनिया को लेकर सवाल पूछा है.
चीन के लोग फेफड़ों में सूजन, सांस लेने में परेशानी, खांसी और तेज बुखार से जूझ रहे हैं. लियाओनिंग इलाके के अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया है.कई स्कूल बंद हो चुके हैं. यह शहर देश का सबसे प्रभावित हिस्सा है. यहां कुछ स्कूलों को लंबे समय तक बंद करने की कोशिश की जा रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सवालों पर चीन ने कहा है कि उन्होंने किसी भी असामान्य या नए रोगजनक का पता नहीं लगा है. स्वास्थ्य एजेंसी ने महामारी को लेकर चीन की नीति और प्रयोगशाला में भेजे गए सैंपलों के नतीजे मांगे थे.
क्या है चीन की रहस्यमयी बीमारी?
चीन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक चीन में सांस संबंधी बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं. चीन इसकी वजह माइकोप्लाज्मा निमोनिया को बता रहा है. चीन के मुताबिक यह एक सामान्य जीवाणु संक्रमण जो आम तौर पर छोटे बच्चों को प्रभावित करता है और जो मई से फैल रहा है. चीन कोविड प्रतिबंधों को हटाने की बात कर रही है, उसी बीच यह डराने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इन्फ्लूएंजा, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) और एडेनोवायरस के मामले अक्टूबर से ही बढ़ रहे हैं.
क्यों डर रही है दुनिया?
चीन से ही कोविड वायरस पूरी दुनिया में फैला था. अब इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से भी लोग डरे हुए हैं कि कहीं ये दुनिया में न फैले. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चीनी अधिकारियों ने लगातार बढ़ रही बीमारियों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. चीन 2019 से ही शक के घेरे में है. अफवाहें हैं कि चीन में लगातार हो रहे प्रयोग ही नई-नई बीमारियों की वजह बन रहे हैं.
WHO ने बीमारी को लेकर पूछे हैं सवाल
WHO ने चीन से सवाल किया था कि इस बीमारी की सैंपल रिपोर्ट क्या कहती है, यह बीमारी क्या है और इसे रोकने को लेकर क्या उपाय किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि अधिकारी चीन के संपर्क में हैं. चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की जा रही है.