नई दिल्ली: भारत 2024 में अपनी ताकत दुनिया को दिखाएगा. आम चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने देश की जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े जारी किए हैं. इसके हिसाब से देश की ग्रोथ रेट इतनी जबरदस्त रहेगी कि इकोनॉमी में भरपूर पैसे की बरसात होगी.
एनएसओ के डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में देश की रीयल जीडीपी ग्रोथ 7.3 प्रतिशत रहेगी. ये 2022-23 के 7.2 प्रतिशत से काफी अधिक है. एनएसओ ने पहली बार देश के जीडीपी को लेकर इस तरह का अनुमान जारी किया है.
जीडीपी होगी लाखों करोड़ की
एनएसओ के मुताबिक 2023-24 के दौरान करेंट प्राइस पर जीडीपी का आकार 296.58 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है. ये 2022-23 के अस्थायी अनुमान से अधिक है. तब जीडीपी का आकार 272.41 लाख करोड़ रुपए था. ये अस्थायी आंकड़े 31 मार्च 2023 को जारी किया गया था.
RBI ने सुधारा अपना डेटा
एनएसओ के रीयल जीडीपी अनुमान में बढ़ोतरी की उम्मीद थी ही, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले महीने अपना जीडीपी ग्रोथ अनुमान भी बढ़ायाा है. चालू वित्त वर्ष में इसके के 7 प्रतिशत की दर से ग्रोथ करने की उम्मीद है. अगर जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े देखें तो भारत की इकोनॉमी ने 7.6 प्रतिशत की दर से ग्रोथ की है. हालांकि ये अप्रैल-जून तिमाही के 7.8 प्रतिशत से कम ही था.
भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ते हुए भारत इस मुकाम पर पहुंचा है. भारत के 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने का अनुमान है. मोदी सरकार की नीतियों के चलते देश में प्रत्य्क्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़ा है. बीते 9 साल में ये 615.73 अरब डॉलर रहा है. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी तेजी से बढ़ा है. आज ये 620.44 अरब डॉलर के लेवल पर पहुंच चुका है.