सनातन धर्म कितना महान है, इसका अंदाजा दुनियाभर में इसकी लोकप्रियता को देखकर लगाया जा सकता है. दुनियाभर में कई हिंदू मंदिर बने हुए हैं जो हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहे हैं. कमाल की बात तो ये है कि भारत में भले ही हिंदुओं की संख्या सबसे ज्यादा हो लेकिन इनके दो सबसे पड़े मंदिर विदेश हैं. दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कंबोडिया के अंगकोरवाट में पहले से मौजूद जिसके बाद अब जल्द ही दूसरे सबसे बड़े मंदिर का भी जल्द उद्घाटन होने वाला है,
हम भारतवासियों के लिए एक बहुत ही ऐतिहासिक पल आने वाला है जब न्यू जर्सी में दूसरा सबसे बड़ा मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा. यह ऐतिहासिक दिन 8 अक्टूबर को होने वाला है. आपको बता दें कि यह मंदिर बि. ए. पी. एस स्वामीनारायण अक्षरधाम संस्था द्वारा बनाया गया था.
भगवान स्वामीनारायण का यह मंदिर बहुत खूबसूरत तरीके से बनाया गया था. इसके खुबसुरती में चार चांद लगाने का काम चल रहा है और इसका उद्घाटन बड़े धूमधाम से किया जाएगा. आपको बता दें भगवान स्वामीनारायण 19वीं सदी के हिंदू आध्यात्मिक संत नेता थे. उनके अच्छे कार्यों की वजह से उन्हें भगवान का दर्जा दिया गया था.
न्यू जर्सी में स्थित अक्षरधाम मंदिर का इतिहास
यह मंदिर न्यू जर्सी के रॉबिंसविले टाउनशिप में स्थित है. इस मंदिर को बनाने में पूरे यू.एस से 12,500 स्वयंसेवकों यानी वालंटियर लगे थे और इस मंदिर को बनाने में पूरे 12 साल यानी 2011- 2023 का वक्त लगा था. अक्षरधाम मंदिर का पौराणिक भारतीय संस्कृति के अनुसार पूरे 183 एकड़ में बनाया गया है. मंदिर प्रांगण में 10,000 मूर्तियों के साथ भारतीय संगीत और नृत्य रूपों की कलाकृती भी शामिल हैं.
इस प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर में एक मुख्य मंदिर के साथ 12 उप-मंदिर, नौ शिखर (शिखर जैसी संरचनाएं), और नौ पिरामिड मौजूद हैं. आपको बता दें कि इस मंदिर को अगले हजार साल तक बिना किसी नुकसान के चलने वाले मटेरियल से डिजाइन किया गया है. इस ऐतिहासिक मंदिर के निर्माण में स्थायी मजबूती देने के लिए चूना पत्थर, गुलाबी बलुआ पत्थर, संगमरमर और ग्रेनाइट का उपयोग किया गया था. इसके निर्माण में पूरे दुनिया से लाए गए मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया था जिसमें बुल्गारिया, तुर्की, ग्रीस, तुर्की, इटली भारत और चीन आदि देश शामिल हैं.
मंदिर प्रांगण में एक ब्रह्म कुंड भी मौजूद है जिसमें भारत की पवित्र नदियों से लाया गया पानी साथ ही अमेरिका के सभी 50 राज्यों और दुनिया भर के 300 से अधिक जल निकायों ले लिया गया पानी शामिल है. आपको बता दें कि इस मंदिर का उदघाटन 8 अक्टूबर को होने वाला है मगर यह पर्यटकों के लिए 18 अक्टूबर से खुलेगा. अभी यह मंदिर विजिटर्स के लिए कुछ घंटों के लिए ही खुला है मगर 30 सितंबर से 17 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया जाएगा.
मंदिर के वेबसाइट के अनुसार आप 30 सितंबर तक हफ्ते में 5 दिन यानी सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 4:30 तक मंदिर प्रांगण में दर्शन करने जा सकते हैं.