नई दिल्ली: एक समय था जब दुनियाभर में सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के तौर पर चीन का नाम लिया जाता था, लेकिन साल 2022 से चीन इस लिस्ट में नीचे जाने लगा और आज चीन अपने देश में जनसंख्या में आ रही गिरावट से गुजर रहा है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की आई रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2100 तक चीन की जनसंख्या 1950 के दशक के बराबर हो सकती है.
जुलाई की शुरुआत में जारी की गई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में चीन में आने वाले बड़े संकट से आगाह कराया गया है, जिसमें कहा गया है कि साल 2024 से 2054 के बीच चीन में सबसे बड़ी जनसंख्या का नुकसान होगा. चीन वर्तमान समय में जनसंख्या में आ रही गिरावट से जूझ रहा है और काफी समय से इस परेशानी से निकलने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कोई भी फायदा नजर नहीं आ रहा है. सरकार ने बच्चा पैदा करने और उसके पालन-पोषण के लिए कई सारी स्कीम की भी शुरुआत की, जिसके बाद भी कोई फर्क देखने को नहीं मिल रहा है.
2023 में चीन में सबसे कम बर्थ रेट
पिछले 2 सालों से जनसंख्या घटती आई है, जो कि 2.08 मिलियन की कमी है. रिपोर्ट में बताया गया कि चीन की जनसंख्या घटकर 1.4097 अरब रह गई है. 1949 में शुरू किए गए गणना की रिपोर्ट के आधार पर बताया गया कि साल 2023 में चीन में अभी तक का सबसे कम जन्मों की रिपोर्ट दर्ज की गई है, जो कि 9.02 मिलियन है. चीन में आ रही इस गिरावट की वजह ये बताई गई है कि चीन में लोग शादी में देरी करते हैं, जिसकी वजह से भी इसमें कमी आ रही है, अगर इसे साइंस की भाषा में समझे तो देर से शादी करने की वजह से महिलाएं अपनी रिप्रोडक्टिव एज से आगे बढ़ जाती हैं.
क्या है जनसंख्या में गिरावट की वजह ?
जनसंख्या में आ रही कमी की दूसरी सबसे बड़ी वजह लोगों में बच्चे न करने का ट्रेंड है, जी हां, आजकल कई सारे युवाओं में अपने फिगर को लेकर काफी सवाल उठते हैं, जिसे अच्छा रखने के लिए वो बच्चा नहीं पैदा करना चाहते हैं, कुछ महिलाएं अपने करियर को और आगे ले जाने के लिए भी बच्चों की जिम्मेदारी से हटने की वजह से इससे पीछे हट जाती हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चीन के बाद जापान और रूस में भी इस तरह के गिरावट देखे जा सकते हैं.