नई दिल्ली: ट्रांसपोर्ट के एक मामूली साधन के रूप में देखी जाने वाली साइकिल, फिटनेस, स्थिरता और मेंटल हेल्थ के लिए एक शक्तिशाली टूल के रूप में फिर से अपनी जगह बना रही है. आजकल के समय में एक हेल्दी लाइफस्टाइल को जीने के लिए लोग साइकिल का सहारा ले रहे हैं. साइकिलिंग करना आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मोटापे, डायबिटीज और हार्ट डिजीज के खतरे से बचने के लिए साइकिलिंग का सपोर्ट करता है. आइए जानते हैं क्या साइकिलिंग करना हेल्दी और बैलेंस लाइफ के लिए फायदेमंद हो सकता है या नहीं. आइए जानते हैं रोज साइकिल चलाने के फायदों के बारे में-
हार्ट हेल्थ में सुधार करता है
साइकिल चलाना एक एरोबिक एक्टिविटी है जो आपके दिल को पंप करती है और फेफड़ों को काम करने में मदद करती है. ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, हर रोज़ साइकिल चलाने से हार्ट रिलेटेड बीमारियों का खतरा 50% तक कम हो जाता है.
वेट लॉस में फायदेमंद
सिर्फ़ 30-60 मिनट साइकिल चलाने से 300-600 कैलोरी बर्न हो सकती है, जो इंटेंसिटी पर निर्भर करता है. यह आपके मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है, हेल्दी तरीके से वजन घटाने में मदद करता है और मोटापे से जुड़ी बीमारियों को रोकता है.
ज्वाइंट हेल्थ को बढ़ाता है
दौड़ने की तुलना में साइकिल चलाना घुटनों और जोड़ों पर ज्यादा असर नहीं करता. यह गठिया से पीड़ित या चोट से उबरने वाले लोगों के लिए फायदेमंद है.
मेंटल हेल्थ को बढ़ाता है
साइकिल चलाने जैसी फिजिकल एक्टिविटी एंडोर्फिन के स्राव को एक्टिव करती है, जो नेचुरल रूप से मूड को बेहतर बनाता है. यह स्ट्रेस, चिंता और डिप्रेशन के लक्षणों को कम कर सकता है.
मांसपेशियों की ताकत बढ़ाता है
साइकिल चलाने से पैरों, ग्लूट्स और कोर की मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जिससे धीरे-धीरे ताकत और सहनशक्ति बढ़ती है. समय के साथ, यह पोस्चर और बैलेंस को भी बेहतर बनाता है.
इम्यूनिटी बढ़ाता है
साइकिल चलाने से इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. रोजाना साइकिल चलाने से आम बीमारियों का खतरा कम होता है.
क्रॉनिक डिजीज का खतरा होता है कम
रोजाना साइकिल चलाने से टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कुछ कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है. WHO हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट साइकिल चलाने को सपोर्ट करता है.