नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह का रिकॉर्ड बुल रन देखा है उसकी वजह से निवेशकों में काफी खुशी है। शेयर बाजार में जबरदस्त बुल रन की बड़ी वजह रिटेल निवेशकों का बड़ी संख्या में बाजार में आना। रिकॉर्ड नंबर में लोगों का म्युचुअल फंड की ओर जाना, ये दो वजहें हैं जिसके चलते बाजार रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है।
शेयर बाजार में तकरीबन 13% स्टॉक 100 गुना से अधिक पीई पर ट्रेड कर रहे हैं। यानि ये शेयर अपनी असल ग्रोथ के मुकाबले 100 गुना अधिक के दाम पर ट्रेड कर रहे हैं। पीई को और आसान भाषा में समझें तो अगर कंपनी असल में जितनी ग्रोथ कर रही है उसकी तुलना में शेयर कितने गुना अधिक मूल्य पर ट्रेड कर रहा है।
13 फीसदी स्टॉक 100 पीई के ऊपर
बाजार में जो 13 फीसदी शेयर 100 पीई से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं, इनमें से कुछ स्टॉक ने एक साल के भीतर निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। लेकिन बावजूद इसके मार्केट के एक्सपर्ट ने चेताया है कि हाई पी/ई मल्टीपल स्टॉक असल में कंपनी की आय में वृद्धि को नहीं दर्शाता है। लिहाजा इसमे करेक्शन देखने को मिल सकता है।
उच्च पी/ई अनुपात अक्सर शेयर के ओवरवैल्यूएशन को दर्शाते हैं। निवेशकों को निवेश संबंधी निर्णय लेने से पहले कंपनी के फंडामेंटल, भविष्य की संभावनाओं और प्रतिस्पर्धी माहौल के आंकलन को करना जरूरी है।
कुछ शेयर 900 पीई पर
बाजार में कुछ शेयर 900 गुना से अधिक पी/ई मल्टिपल पर ट्रेड कर रहे हैं। जिसमे एराया लाइफस्पेस, एवरेस्ट ऑर्गेनिक्स, कैसर कॉर्पोरेशन, पैरामाउंट कॉस्मेटिक्स, शालीमार प्रोडक्शंस, सिग्नेचरग्लोबल और ब्लू क्लाउड सॉफ्टेक सॉल्यूशंस शामिल हैं।
ब्लू क्लाउड सॉफ्टेक के शेयर मूल्य में इस साल अब तक 308% की वृद्धि हुई है, जबकि एराया लाइफस्पेस में 602% की वृद्धि हुई है। बीएसई सेंसेक्स में इस साल अब तक 12% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 30% और 27% की वृद्धि हुई है।
800-900x के बीच पी/ई अनुपात वाले शेयरों में पीटीसी इंडस्ट्रीज, मोस्चिप टेक्नोलॉजीज, कर्मा एनर्जी, रजनीश रिटेल, पलाश सिक्योरिटीज, मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज, सुरानी स्टील ट्यूब्स, स्वोजस एनर्जी फूड्स, सुजलॉन एनर्जी और जीएसएस इन्फोटेक शामिल हैं।
क्या कहना है एक्सपर्ट का
एक्सपर्ट का कहना है कि निवेशकों को उच्च गुणवत्ता वाले लार्ज कैप शेयरों पर ही भरोसा जताना चाहिए। स्मॉल कैप शेयरों के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
स्मॉल और मिड-कैप सेगमेंट में वैल्यूएशन सबसे बड़ी चिंता का विषय है। अगर आय में वृद्धि शेयर के दाम को प्रदर्शित नहीं करती है तो बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
100 पीई मल्टिपल वाले स्मॉल कैप शेयरों में उर्जा ग्लोबल, वक्रांगी, मर्करी ईवी-टेक, राजेश एक्सपोर्ट्स, इंड रिन्यूएबल एनर्जी, द फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स त्रावणकोर (FACT), ज़ोटा हेल्थ केयर, सोभा लिमिटेड (सोभा) और टीएआरसी लिमिटेड (टीएआरसी) शामिल हैं।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे आईटी, फार्मा और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों के अच्छे पीई मल्टिपल वाले शेयर्स में निवेश करें। हाई पी/ई अनुपात वाले शेयरों ने हाल में काफी प्रभावशाली रिटर्न दिया है। लेकिन ओवरवैल्यूएशन से जुड़े खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।