नई दिल्ली: मिजोरम में वरिष्ठ अधिकारी और मैनेजर लेवल पर महिला और पुरुष का अनुपात सबसे अधिक है। यहां इन पदों पर 70.9 फीसदी महिलाएं हैं। जुलाई 2020- जून 2021 तक के पीरियोडिक लेबर फोर्स सर्वे के आंकड़ों के अनुसार नगालैंड को छोड़कर बाकी पूरे उत्तर पूर्वी राज्यों में महिलाओं का दबदबा है। इन जगहों पुरुषों की तुलना में बड़े पदों पर महिलाओं की संख्या डबल डिजिट में है।
मिजोरम के बाद नंबर आता है सिक्किम का, जहां यह अनुपात 48.2 फीसदी है। वहीं मणिपुर में अनुपात 45.1 फीसदी है। 44.8 फीसदी के साथ इस लिस्ट में मेघालय भी है। इनके बाद आंध्र प्रदेश इस लिस्ट में 43 फीसदी के अनुपात के साथ आता है। असम की बात करें तो वहां यह अनुपात 16.1 फीसदी है, जबकि नगालैंड में यह अनुपात 9.1 फीसदी है। अगर पूरे देश में लेजिस्लेटर, वरिष्ठ अधिकारी और मैनेजर लेवल के पदों पर महिलाओं की पुरुषों से तुलना करें तो यह रेश्यो 22.8 फीसदी है।
कई ऐसे भी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं जहां यह अनुपात बहुत अधिक कम है। बड़े राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम अनुपात वाले राज्यों में उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, बिहार, पंजाब और अंडमान-निकोबार शामिल हैं। दादरा नागर हवेली, दमन दीव में यह अनुपात सिर्फ 1.8 फीसदी है, जो सबसे कम है।
वरिष्ठ मैनेजर वाली नौकरियों के मामले में भी मिजोरम 40.8 फीसदी के अनुपात के साथ सबसे ऊपर है। वहीं सिक्किम इस लिस्ट में 32.5 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर। 31 फीसदी के साथ मेघालय तीसरे नंबर पर है। परंपरागत तौर पर ही उत्तर-पूर्वी राज्यों में वरिष्ठ मैनेजर वाली नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी काफी अधिक रहती है। हालांकि, हैरान करने वाले आंकड़े पंजाब से आए हैं, जो कभी इस कैटेगरी में टॉप के राज्यों में शामिल था, लेकिन अब वहां यह अनुपात सिर्फ 7.5 फीसदी रह गया है।