अगर आपके पास भी राशन कार्ड है तो यह खबर आपके काम की है. यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में सरकार की तरफ से अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पिछले दिनों सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए अंत्योदय कार्ड और राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए कहा गया था, जो अपात्र होते हुए भी कई सालों से गरीबों के हक पर डाका डाल रहे थे.
30 मई तक राशन कार्ड सरेंडर करने की चेतावनी
यूपी के अलग-अलग जिलों में जिला प्रशासन ने अपात्र राशन कार्ड धारकों को 30 मई तक राशन कार्ड का सरेंडर करने की चेतावनी दी थी. इसी तरह किसान सम्मान निधि का फायदा ले रहे अपात्र किसानों से भी धनराशि वापस करने की बात कही थी. इस अभियान के बाद बरेली, ललितपुर, जालौन, लखीमपुर, गाजियाबाद और बरेली आदि जिलों में रोजाना हजारों अपात्र लोग पहुंचकर अपना-अपना राशन कार्ड सरेंडर कर रहे हैं.
अपात्रों को रिकवरी नोटिस भेजे गए
लेकिन कुछ जिलों में जिला प्रशासन ने किसान सम्मान निधि और राशन कार्ड के अपात्रों को रिकवरी नोटिस भेजे हैं. नोटिस मिलने के बाद लोगों में हड़कंप मच गया. यूपी के हापुड़ की गढ़ तहसील में अनेकों अपात्र किसानों और राशन कार्ड धारकों को कार्यालय उप कृषि निदेशक, हापुड़ की तरफ से नोटिस भेजा गया है. नोटिस में अपात्र किसानों को सम्मान निधि की धनराशि वापस जमा करने के आदेश दिए गए हैं.
कौन हैं अपात्र किसान
अपात्र किसानों में ऐसे लाभार्थियों को शामिल किया गया है, जो इनकम टैक्स देता है या सरकारी नौकरी में है. साथ ही कई जगह यह भी नोटिस में आया है कि पति-पत्नी दोनों ही किसान सम्मान निधि का फायदा ले रहे हैं. ऐसे लाभार्थियों से कहा गया है कि वह अब तक मिली किसान सम्मान निधि की धनराशि को वापस सरकार के खाते में जमा कर दें. साथ ही रसीद को उप कृषि निदेशक कार्यालय हापुड़ में जमा करा दें. ऐसा नहीं करने पर रकम की वसूली के लिए आदेश जारी किए जाएंगे. प्रशासन की तरफ से अपात्र राशन कार्ड धारकों को भी नोटिस भेजा गया.