रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में संचालित व प्रायवेट व सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए पिछले शिक्षण सत्र के मध्य में छात्रों के लिए अपार आईडी जनरेट करने का कार्य शुरू हुआ, लेकिन आधार कार्ड में त्रुटियों के कारण कई बच्चों का आपार आईडी अब तक नहीं बन पाया है और अब नए शिक्षण सत्र में बढ़ रहे दबाव के बाद पालक भी त्रुटियों के साथ ही अपार आईडी जनरेट कराने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
विदित हो कि स्कूलों में छात्रों के नाम पर अपार आईडी जनरेट करने का कार्य शुरू होने के बाद पोस्ट ऑफिस व सीएससी सेंटरों में आधार कार्ड में दर्ज गलत जानकारी को सुधारने के लिए भीड़ लगना शुरू हो गया था, इस दौरान कईयों का सुधार हुआ तो कई पूरे सत्र सीएससी सेंटर व पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटते रहे लेकिन सुधार नहीं हो पाया।
ऐसी स्थिति में अब प्रशासन का स्कूल पर और स्कूल का पालकों पर बढ़ते दबाव के बीच पालक छात्रों की त्रुटियों से भरी आधार कार्ड के आधार पर ही अपार जनरेट कराने के लिए मजबूर हो गए हैं। प्रशासन व स्कूल प्रबंधन भी अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए जैसे-तैसे अपार जनरेट करने का कार्य कर रहे हैं। अभी तक की स्थिति में देखा जाए तो जिले में 91 प्रतिशत छात्रों का अपार आईडी जनरेट हो चुका है।
इसके बाद भी बनता रहा दबाव
शुरूआत में आधार कार्ड में सुधार न होने की आ रही समस्या को लेकर जिला प्रशासन ने भी आधार कार्ड से संबंधित एजेंसी को पत्र लिखकर इस समस्या के समाधान के लिए कहा था, इस पत्र के बाद कोई समाधान तो नहीं निकला, लेकिन प्रशासन का स्कूलों पर और स्कूलों का पालकों पर दबाव बरकरार रहा। अब तक जिले में 91 प्रतिशत छात्रों का अपार आईडी जनरेट हो चुका है शेष के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। बाद में सुधार के लिए विकल्प मिलेगा।
व्हीके वैंकट राव, डीईओ रायगढ़
अब तक जनरेट हो चुके अपार आईडी में कई बच्चों के नाम की स्पेलिंग में तो कईयों के सरनेम व कईयों के पिता व माता के नाम की स्पेलिंग में गलतियां हैं, अब ऐसे पालकों को अपार में कैसे सुधार होगा इसकी चिंता सता रही है क्येांकि अब तक अपार आईडी में सुधार के लिए कोई विकल्प नहीं दिया गया है।