बेंगलुरु: रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस समय न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है. इसका पहला मुकाबला बेंगलुरु में 16 अक्टूबर से खेला गया, जिसके पांचवें दिन (20 अक्टूबर) को नतीजा निकला. मैच में भारतीय टीम को 8 विकेट से हार मिली. इस जीत के साथ ही कीवी टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.
भारतीय जमीन पर न्यूजीलैंड की टेस्ट में यह 36 साल बाद पहली और ओवरऑल तीसरी जीत है. कीवी टीम ने भारतीय मैदान पर इससे पहले 1988 में टेस्ट मैच जीता था. इस बेंगलुरु टेस्ट में भारतीय टीम ने 5 ऐसी बड़ी गलतियां की हैं, जिसकी बदौलत उनके हाथ से यह मैच निकल गया. आइए जानते हैं इनके बारे में…
पिच को सही से नहीं पढ़ सके
पहली गलती तो मैच में टॉस के समय ही हो गई थी. यह गलती कप्तान रोहित शर्मा ने की थी, जिसकी सजा टीम को भुगतनी पड़ी है. कप्तान ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद इस गलती को लेकर फैन्स से माफी भी मांगी थी. रोहित शर्मा ने कहा कि उनसे पिच को पढ़ने में बड़ी गलती हो गई है. वो पिच को सही से पढ़ नहीं सके.
यही कारण है कि उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो पूरी तरह से गलत साबित हुआ. भारतीय टीम पहली पारी में 46 रन पर ऑलआउट हो गई. टीम 92 सालों के टेस्ट इतिहास में पहली बार अपने घर में सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट हुई.
रोहित ने कहा था, ‘हमें लगा कि पिच पर ज्यादा घास नहीं थी. हमने सोचा कि मैच के पहले सेशन में यहां जो होना होगा, हो जाएगा. इसके बाद जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, यह (पिच) अपना रुख बदलेगी. जब भी हम भारत में खेलते हैं, तो पहला सेशन हमेशा ही क्रिटिकल होता है. इसके बाद विकेट (पिच) जमने लगता है और यहां स्पिनर्स को मदद मिलने लगती है.’
उन्होंने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा यहां (पिच) पर ज्यादा घास नहीं थी, इसी कारण हमने सोचा कि कुलदीप (स्पिनर कुलदीप यादव) को मैच में शामिल करना चाहिए. इसका यह भी कारण है कि कुलदीप ने सपाट पिचों पर गेंदबाजी भी की है और वह विकेट भी ले रहा है.’
कुलदीप को गलत खिलाया
टॉस जीतने के साथ ही भारतीय कप्तान रोहित ने दूसरी बड़ी गलती कर दी. गलत पिच पढ़ने के कारण उन्होंने प्लेइंग-11 में तीसरे यानी एक्स्ट्रा स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल कर लिया. जबकि इस पिच पर दो ही स्पिनर काफी थे. उन्हें इस पिच पर तीन तेज गेंदबाज उतारने थे, लेकिन उन्होंने 2 ही उतारे.
कुलदीप ने पहली पारी में 3 विकेट लिए. जबकि दूसरी पारी में उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. दूसरी ओर न्यूजीलैंड के लिए दोनों पारियों में मिलाकर कुल 17 विकेट तेज गेंदबाजों ने ही लिए. इस तरह समझ सकते हैं कि मैच में भारतीय टीम को एक तेज गेंदबाज की कमी खली है.
बल्लेबाजी में कर दिया ब्लंडर
कप्तान रोहित की दो गलतियों के बाद भारतीय बल्लेबाजों को चाहिए था कि उन्हें क्रीज पर डटकर मुश्किल हालात का सामना करना था. उन्हें यहां कुछ अच्छी बल्लेबाजी कर भारतीय टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाना था. मगर ऐसा नहीं हुआ. एक-एक कर भारतीय बल्लेबाज आते और जाते रहे. पूरी टीम पहली पारी में 46 रनों पर ही सिमट गई.
पांच खिलाड़ी तो खाता भी नहीं खोल सके, जिनमें विराट कोहली, सरफराज खान, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन शामिल रहे. यदि यह बल्लेबाज 10-10 रन भी बनाते, तो भारतीय टीम 100 के पार हो सकती थी. इनके अलावा ऋषभ पंत (20) और यशस्वी जायसवाल (13) के अलावा कोई भी बल्लेबाज 5 रन भी नहीं बना सके. सभी इसके अंदर ही आउट हुए. यही कारण है कि पहली पारी में 46 रनों का छोटा स्कोर बना, जो भारतीय टीम को ले डूबा.
गेंदबाजी में भी नहीं दिखा जादू
शुरुआती 3 गलतियों के बाद फैन्स को उम्मीद थी कि जिस तरह से न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने दम दिखाया था, वही भारतीय बॉलर भी दिखाएंगे. इससे कीवी टीम को कम स्कोर पर रोक देंगे. मगर यहां भी फैन्स को गेंदबाजों ने निराश ही किया. कोई भी गेंदबाज कीवी टीम को रोकने में सफल नहीं हो सका औऱ न्यूजीलैंड की टीम ने पहली पारी में 402 रनों का स्कोर बनाकर मैच पर शिकंजा कस लिया था.
खराब फील्डिंग ने छीन लिए मौके
बल्लेबाज और गेंदबाजों के बीच फील्डिंग में भी भारतीय खिलाड़ियों ने नैया डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पहली पारी में केएल राहुल ने एक ऐसा आसान कैच छोड़ा था, जिसे देखकर फैन्स ने भी अपना सिर पकड़ लिया था. यह कैच स्लिप में आया था. केएल राहुल ने कैच लेना तो दूर, उन्होंने तो कोशिश भी नहीं की. बल्कि राहुल ने गेंद से बचाने के लिए खुद को अलग तक हटा लिया था. पहली और दूसरी दोनों पारियों में भारतीय फील्डर्स ने कुछ बाय के एक्स्ट्रा रन भी लुटाए. अगर यह कैच लिया जाता और रन बचाए जाते तो काफी दबाव बनाया जा सकता था.
मैच की पहली पारी में भारतीय टीम ने 46 रन बनाए थे. इसके बाद कीवी टीम ने 402 रनों का बड़ा स्कोर बनाया. भारतीय टीम ने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी की और 462 रन ठोक दिए थे. इसके बदौलत भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को 107 रनों का टारगेट दिया. जवाब में कीवी टीम ने 2 विकेट गंवाकर ही मैच जीत लिया.